पलपल संवाददाता, भोपाल. मध्यप्रदेश में सीएम की कुर्सी से उतरने के बाद शिवराजसिंह चौहान ने आज राजधानी भोपाल में पत्रकारों से चर्चा की. चर्चा के दौरान उन्होने कहा कि प्रदेश की जनता ने मुझे अपने ही बीच का समझा और माना, छोटे-छोटे बच्चे मुझे मामा कहकर बुलाते तो उन्हे चूमता और गले लगाता, यह मैं कभी नहीं भूल सकता हूं, अपने प्रदेश की जनता का मैं हृद्य से आभारी हूं. अपने लिए कुछ मांगने की बात पर कहा कि मैं मांगने से बेहतर मरना पसंद करुंगा.
श्री चौहान ने आगे कहा कि एक कार्यकर्ता के नाते मैं जनता की सेवा करता रहूंगा. जनता के प्रति मेरा समर्पण, प्रतिबद्धता व जनता का प्यार मुझे थकने भी नहीं देता और रुकने भी नहीं देता. उन्होने कहा कि उन्होंने मेरे मन में कभी दुर्भावना नहीं रही. कर्तव्य के भाव से किए गए फैसले से किसी को तकलीफ पहुंची हो तो मैं क्षमाप्रार्थी. दिल्ली न जाने के सवाल पर कहा कि अपने लिए कुछ मांगने जाने से बेहतर मरना समझूंगा. इसलिए मैंने कहा था कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा. चार बार मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड तोडऩे पर कहा कि रिकॉर्ड बनते ही तोडऩे के लिए हैं. पत्रकारों से चर्चा से पहले शिवराजसिंह चौहान ने महिलाओं से मुलाकात की, इस दौरान महिलाएं शिवराज से लिपटकर रोने लगी, उनका कहना था कि हमने आपको चुना था, हम आपकों नहीं छोड़ेगें, मध्यप्रदेश से कही नहीं जाना, इस बात पर शिवराज बोले मैं कहां जा रहा हूं, मैं भी नहीं छोड़ूगा. आज मैं यहां से विदाई ले रहा हूं. मेरा मन आत्म संतुष्टि से भरा हुआ है. केंद्र व राज्य की कल्याणकारी योजना, लाड़ली लक्ष्मी, लाड़ली बहना की बदौलत सरकार बनी. भारी बहुमत वाली सरकार को 48.55 प्रतिशत वोट मिले. लाड़ली बहना जैसी योजना की केस स्टडी होनी चाहिए कि 6 महीने के अंदर बनी और क्रियान्वित हो गई. यह प्रशासनिक दक्षता का उत्तम उदाहरण है. आज एक संतोष के साथ अच्छी सरकार और अच्छा नेतृत्व पार्टी ने तय किया है. उनको सौंपकर हम आगे का सफर प्रारंभ करेंगे. पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता के नाते मैंने सदैव कहा कि भारतीय जनता पार्टी मेरे लिए मिशन है. मैं आज आभार प्रकट करता हूं अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का, केंद्रीय नेतृत्व का, जिन्होंने जनता की सेवा का मौका मुझे दिया. समय-समय पर मार्गदर्शन भी किया.
पूरी क्षमता के साथ जन कल्याण के लिए काम किया-
उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश हमें पिछड़ा और बीमारू मिला था. इन वर्षों में मुझमें जितनी क्षमता थी, सामर्थ् था पूरा झोंक कर प्रदेश और जनता के कल्याण के लिए काम किया. पूरी प्रामाणिकता, ईमानदारी, परिश्रम के साथ प्राणों से प्यारी जनता का कल्याण हो, इसमें खुद को झोंका. 2008, 2013 में भी भाजपा सरकार बनी. 2018 में हमें वोट ज्यादा मिले सीटों के गणित में पिछड़ गए. पेसा कानून हमने लागू किया.
विकास के नए आयाम तय होगें-
शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि मोहन यादव के नेतृत्व में भाजपा सरकार प्रगति की दृष्टि से मध्यप्रदेश नई ऊंचाइयां छुऐगी. मैं सदैव उनको सहयोग करता रहूंगा. आज मेरे मन में एक संतोष का भाव है. 2003 में उमा भारती के नेतृत्व में भारी बहुमत से भाजपा सरकार बनी थी. तिरंगा वाले प्रकरण में उन्होंने पद छोड़ा था फिर गौर साहब और फिर मैं सीएम बना.
13 नवम्बर को शपथ लेगे नए सीएम मोहन यादव-
मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव 13 नवम्बर बुधवार को दोपहर 12 बजे पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में होने वाले समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई केंद्रीय मंत्री व भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-#ChiefMinister मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव! हारने वाला भी बेचैन, जीतने वाला भी बेचैन?