पलपल संवाददाता, इंदौर. एमपी के इंदौर में आज शाम 6.30 बजे के लगभग रेल लाइन पर पहली बार दौड़ी ट्रायल रन टे्रन की चपेट में आने से दो छात्राओं की मौत हो गई. हादसा उस वक्त हुआ है जब तीनों छात्राएं बबली, राधिका व साधना सैटेलाइट जंक्शन कालोनी स्थित अचीवर कोचिंग क्लास से अपने लौट रहीं थीं.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार दसवीं कक्षा में अध्ययनरत बबली, राधिका व साधना आज शाम 6.30 बजे के लगभग अचीवर कोचिंग क्लास से अपने घर जाने के लिए निकली. जब वे कैलोद हाला रेलवे टै्रक से गुजर रही थी. साधना आगे चल रही थी, बबली व राधिका पीछे बातचीत करते हुए आगे बढ़ रही थी. इस दौरान देवास की ओर से ट्रायल के लिए ट्रेन टै्रक से निकली, जिसकी चपेट में आने से राधिका व बबली की मृत्यु हो गई. दोनों को ट्रेन की चपेट में आते देख साधना चीख पड़ी, शोर सुनकर अन्य लोग पहुंच गए. जिनकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को भी जानकारी दी. पुलिस को पूछताछ में पता चला कि राधिका के पिता मजदूरी करते हैं. उसका एक छोटा भाई 14 साल का है. जहां हादसा हुआ वहां से घर 200 मीटर की दूरी पर है. बबली के पिता भी मजदूरी करते हैं. तीन बहन एक भाई है. ये दूसरे नम्बर की थी. कोचिंग घर से आधा किलोमीटर पर रोज पैदल आती जाती थी. घटना पर कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट ने शोक जताया है. उन्होंने शोक मृत छात्राओं के परिजनों को ढांढस बंधाया और कहा कि दु:ख की इस घड़ी में मैं स्वयं और राज्य सरकार उनके साथ है. प्रभावित परिवारों को नियमानुसार राहत राशि भी दी जाएगी. सिलावट ने घटना के संबंध में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को जानकारी दी. सिलावट की मांग पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रतलाम के डीआरएम को जांच के निर्देश दिए हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-Railway: जबलपुर-इंदौर ओवरनाइट एक्सप्रेस आगामी 26 दिसंबर से 2 दिन के लिए निरस्त रहेगी