घरों में पूजा का आदर्श स्थान कौन सा होना चाहिए, यह हमेशा परिवारों में एक चिंता का विषय रहता है.
हमारे वैदिक संतों ने वर्षों पहले यह मान लिया था कि पेड़- पौधों, नदियों, विभिन्न आकारों या नियमित आकार के पत्थरों में भी दैवीय शक्ति होती है, इसीलिये वैदिक परंपरा में पूजा करने के कई तरीके अपनाये जाते रहे हैं.
परन्तु, यदि घरों में पूजा घर बनाने की बात की जाये और यदि हम इसके लिये दिशाओं के गुण धर्मों के आधार पर विचार करें, तो मेरे विचार से निम्न स्थिति बनती है-
*1. पूर्व-उत्तर-पूर्व ज़ोन* में पूजा करने से व्यक्ति को रोजाना की जिंदगी में तनाव से निपटने में मदद मिलती है. आप तरोताजा होकर दोबारा ऊर्जा से पूर्ण हो जायेंगे.
*2. पूर्व ज़ोन* सामाजिक संपर्कों का है, इसलिये यहां पूजा करना राजनेताओं और ब्यूरोक्रेट्स के लिये उचित है. यहां पूजा करने से वरिष्ठ और आलाकमान से लाभ मिलता है.
*3. पूर्व-दक्षिण-पूर्व ज़ोन* वैसे तो चिंता का कारण बन सकता है, परन्तु यह ज़ोन सही निवेश भी प्रदान कर सकता है, इसलिये केवल स्टॉकब्रोकर्स के लिये यह दिशा क्षेत्र उचित है.
*4. दक्षिण-पूर्व ज़ोन* में केवल मां दुर्गा की पूजा की जा सकती है. अन्यथा यहां पूजा करने से दुर्घटनाओं और धन खोने का डर बना रहता है.
Astro nirmal
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