इस्लामाबाद. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेताओं ने सरकार बनाने का फार्मूला तैयार करने के लिए पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान के साथ गठबंधन की शर्तों पर चर्चा शुरू की. इसी बीच द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार रिपोर्ट आ रही है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने फैसला लिया है कि वो विपक्ष में रहेगी. इसके लिए PTI निर्दलीयों से वफादारी के शपथ पत्र भरवा रही.
आपको बता दें कि पाकिस्तान में आम चुनाव के बाद वोटों की गिनती पूरी हो चुकी है. इसके बाद भी देश की किसी भी पार्टी ने 134 का जादुई आंकड़ा यानी बहुमत हासिल करने में नाकामयाब रही है. वहीं 80 घंटों के बावजूद चुनाव आयोग ने अब तक नतीजों की आधिकारिक घोषणा नहीं की है. जबकि गठबंधन की सरकार के लिए कवायद तेज हो चुकी है.
इमरान खान ने उम्मीदों पर फेरा पानी
वहीं अगर पाकिस्तान में पीएमएल-एन और पीपीपी की सरकार बनेगी तो पीएमएल-एन प्रधानमंत्री का पद लेगा और राष्ट्रपति और नेशनल असेंबली स्पीकर के पद उसके सहयोगियों के लिए अलग रखे जाएंगे. गुरुवार को राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभाओं के लिए मतदान समाप्त होने के लगभग 12 घंटे बाद नतीजे जारी होने शुरू हुए. सशस्त्र गुटों द्वारा की गई हिंसा की घटनाओं से चुनावी प्रक्रिया प्रभावित हुई और मोबाइल फोन सेवाओं के विवादास्पद निलंबन के कारण पाकिस्तान को महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा, जिसके कारण धांधली के आरोप लगे.
विश्लेषकों का सुझाव है कि सेना सत्ता संभालने के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान के बजाय तीन बार के पूर्व पीएम नवाज शरीफ के पक्ष में है. हालांकि, खान के वफादारों ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ते हुए, सबसे अधिक सीटें जीतकर उम्मीदों पर पानी फेर दिया. खान की पार्टी के नेताओं ने इसे लोकतंत्र की जीत बताया, जो लोगों की बदलाव की मांग का संकेत है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पाकिस्तान: इमरान खान की पार्टी की हो सकती है सत्ता में वापसी, रुझानों में बनाई बढ़त
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