पलपल संवाददाता, भोपाल. एमपी में राज्यसभा की पांच सीटों के लिए आज भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया है. विधानसभा के सदस्यों की संख्या के हिसाब से भाजपा ने 4 व कांग्रेस ने एक उम्मीदवार की घोषणा की है, जिससे ऐसा माना जा रहा है कि चुनाव निर्विरोध होगा.
भाजपा की ओर से डॉ एल मुरुगन, बंशीलाल गुर्जर, उमेश नाथ महाराज व माया नारोलिया ने नामांकन दाखिल किया. चारों इन चारों प्रत्याशियों के प्रस्ताव मुख्यमंत्री मोहन यादव रहे. वहीं कांग्रेस की ओर से अशोक सिंह ने नामांकन दाखिल किया. प्रस्तावक पूर्व सीएम कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे, अजय सिंह, रामनिवास रावत व राजेंद्र सिंह हैं. नामांकन के दौरान कमलनाथ व दिग्विजय सिंह के नहीं पहुंचने के सवाल पर जीतू पटवारी बोले कि कोई शंका, कुशंका किसी को नहीं होनी चाहिए. कमलनाथ एवं दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर बधाई दे दी है. वहीं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि मोहन यादव को यूपी व बिहार के हिसाब से मुख्यमंत्री बनाया है. मध्यप्रदेश के यादव व सिंधिया के चंबल के अंदर सेंधमारी के लिए हमने कांग्रेस की तरफ से अशोक सिंह के रूप में एक शेर दिया है. अब चंबल में एक नई शुरुआत होगी. सिंधिया का जो किला है उसे ध्वस्त करने में अशोक सिंह बड़ी भूमिका अदा करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारों विभूतियां राज्यसभा को गौरांवित करेगी-
सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि हमने सामूहिक नेतृत्व के रूप में चारों प्रत्याशियों का नामांकन दाखिल किया है. पीएम मोदी के नेतृत्व में जिस तरह से राज्यसभा व लोकसभा में प्रत्याशियों का चयन होता है यह उसकी उज्ज्वल परंपरा है. अलग-अलग क्षेत्र की विभूतियां राज्यसभा को गौरांवित करेंगी.
डॉ. मुरुगन बोले एमपी-तमिलनाडू का का पुराना नाता है-
इस मौके पर डॉ. मुरुगन ने कहा कि तमिलनाडू व मध्यप्रदेश का पुराना नाता है. अटल बिहारी वाजपेई के समय से हमारा संबंध है. एल गणेशन यहां से सांसद रहे. नीचे के कार्यकर्ता को राज्यसभा सदस्य बनाया जा सकता है, यह भाजपा में ही हो सकता है. उन्होने कहा कि पार्टी ने बहुत बड़ा अवसर दिया है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं को धन्यवाद देता हूं.
नहीं बनेगी मतदान की स्थिति-
गौरतलब है कि विधानसभा में सदस्य संख्या 230 है, जिसमें भाजपा के 163 सदस्य है ऐसे में चार सदस्य प्राथमिकता के आधार पर सीधे निर्वाचित हो जाएगें. इसी तरह कांग्रेस के विधानसभा सदस्यों की संख्या 66 है ऐसे में एक सदस्य आसानी से जिताया जा सकता है. इसलिए मतदान की स्थिति नहीं बनेगी. विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह के बजाय इस बार आईएएस अधिकारी व श्रम आयुक्त संजय गुप्ता राज्यसभा चुनाव कराएंगे. निर्वाचन आयोग ने गुप्ता को रिटर्निंग ऑफिसर बनाया है. एपी सिंह 31 मार्च 2023 को सेवानिवृत्त हो गए थे. उन्हें एक साल का एक्सटेंशन मिला है जिसकी अवधि 31 मार्च 2024 को पूरी हो रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी: सरदार पटेल की मूर्ति गिराए जाने के मामले में 19 गिरफ्तार, भारी पुलिस बल तैनात