पलपल संवाददाता, भोपाल. लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेसस व भाजपा ने एक दूसरे पर आरोप लगाना शुरु कर दिए है. एमपी की राजधानी भोपाल में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी नहीं चाहती कि चुनावी बॉण्ड खरीदने वालों के नाम सामने आएं.
राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत मध्य प्रदेश के बदनावर में एक रैली में उन्होंने उन नेताओं को अपने पाले में शामिल करने के लिए भाजपा पर कटाक्ष किया. जिन्हें वह अन्य दलों में रहते समय तब दागी कहती थी. उन्होंने कहा आरबीआई भाजपा की बात सुन रहा है. उन लोगों के नाम का खुलासा नहीं कर रहा जिन्हें गुप्त रूप से चुनावी बॉण्ड जारी किए गए थे. खरगे ने जुबान फिसलने की वजह से भारतीय स्टेट बैंक की जगह रिजर्व बैंक का नाम लिया. खरगे ने कहा कि बैंक उन लोगों के नाम का खुलासा नहीं करना चाहता जिन्होंने प्रवर्तन निदेशालय से क्लीन चिट पाने के लिए पैसे दिए. उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने अपने 15 फरवरी के फैसले में बैंक को खरीदारों के नाम का खुलासा करने का निर्देश दिया था लेकिन बैंक कह रहा है कि उसके पास डाटा तैयार नहीं है. न्यायालय ने इस फैसले में राजनीतिक चंदा देने के लिए चुनावी बॉण्ड योजना को रद्द कर दिया था. खरगे ने आगे कहा कि आप नाम क्यों छिपा रहे हैं. इसका मतलब है कि इन सभी लोगों ने चोरी करके चंदा इक_ा किया है वे इस लूट को जारी रखना चाहते हैं. एसबीआई ने शीर्ष अदालत का रुख कर राजनीतिक दलों द्वारा भुनाए गए चुनावी बॉण्ड के विवरण का खुलासा करने के लिए 30 जून तक की मोहलत मांगी. शीर्ष अदालत ने एसबीआई को छह मार्च तक चुनाव आयोग को विवरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था. इस बीच कांग्रेस प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साधा और उन पर झूठे दावे व वादे करने का आरोप लगाया.
खरगे ने कहा भाजपा अन्य दलों के नेताओं को अपने पाले में लाती है. जब ये नेता दूसरे दलों में होते हैं तो वह उन्हें दागी करार देती है. लेकिन जब वे भाजपा में शामिल हो जाते हैं तो वे साफ-सुथरे हो जाते हैं. गृह मंत्री अमित शाह के पास एक बड़ी वॉशिंग मशीन है और ये दागी नेता इससे गुजरने के बाद साफ-सुथरे हो जाते हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-भोपाल-इटारसी विंध्याचल एक्सप्रेस 30 दिनों के लिए रद्द, यह है कारण
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