नई दिल्ली. विदेशी निवेशकों यानी एफपीआई ने मार्च में अब तक 40,710 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं. वृहद आर्थिक परिदृश्य में सुधार और घरेलू मोर्चे पर मजबूत आंकड़ों से विदेशी निवेशकों का भारतीय शेयरों के प्रति आकर्षण बरकरार है.
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले फरवरी में एफपीआई ने शेयरों में 1,539 करोड़ रुपये डाले थे. वहीं जनवरी में उन्होंने 25,743 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे. कुल मिलाकर इस साल अब तक एफपीआई भारतीय शेयर बाजार में 16,505 करोड़ रुपये डाल चुके हैं. इस दौरान विदेशी निवेशकों ने 10,383 करोड़ रुपये का निवेश किया है.
एफपीआई ने बांड बाजार में भी डाले 10,383 करोड़
बॉन्ड बाजार की बात की जाए, तो ब्लूमबर्ग ने अगले साल 31 जनवरी से भारतीय बॉन्ड को इमर्जिंग मार्केट (ईएम) लोकल करेंसी गवर्नमेंट इंडेक्स में शामिल करने की घोषणा की है. इसके चलते एफपीआई बॉन्ड बाजार में पैसा लगा रहे हैं. शेयर्स के अलावा विदेशी निवेशकों ने इस महीने 15 मार्च तक डेट मार्केट यानी बॉन्ड बाजार में 10,383 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इससे पहले विदेशी निवेशकों ने बॉन्ड बाजार में फरवरी में 22,419 करोड़ रुपये, जनवरी में 19,836 करोड़ रुपये, दिसंबर में 18,302 करोड़ रुपये डाले थे. कुल मिलाकर इस साल अब तक एफपीआई डेट मार्केट में 52,639 करोड़ रुपये डाल चुके हैं.
एक्सपर्ट ने दी है यह सलाह
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजय कुमार ने कहा कि एफपीआई अमेरिका में बॉन्ड यील्ड में बदलाव की वजह से अपनी रणनीति बदल रहे हैं. चूंकि अमेरिका में बॉन्ड यील्ड फिर बढ़ गया है, ऐसे में आगामी दिनों में एफपीआई फिर बिकवाली कर सकते हैं.
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट निदेशक प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में सुधार की वजह से एफपीआई भारत जैसे बाजारों का रुख कर रहे हैं. इसके अलावा बाजार में हालिया करेक्शन से भी उन्हें निवेश का अवसर मिला है.
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