अभिमनोज. इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों को लेकर यह है कि यहां की अधिकतम सीटें कैसे बचाई जाएंगी?
यूपी में जहां बीजेपी के लिए एक-एक सीट महत्वपूर्ण है, वहां मेनका गांधी और वरुण गांधी की सीटों को लेकर बड़ी उलझन है!
खबरों की मानें तो बीजेपी मेनका गांधी को तो टिकट देना चाहती है, लेकिन वरुण गांधी को नहीं देना चाहती है, कारण?
वरुण गांधी बीजेपी सांसद होकर भी लंबे समय से बीजेपी को ही सवालों के घेरे में खड़ा करते रहे हैं, खासकर उनके बयानों का प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष निशाना मोदी सरकार ही रही है, ऐसे में मोदी टीम वरुण गांधी को कैसे टिकट दे?
उधर, वरुण गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र में अपना अच्छाखासा वोट बैंक खड़ा कर लिया है, लिहाजा यदि बीजेपी उन्हें टिकट नहीं देती है, तब भी वे जीतने की हालत में होंगे, क्योंकि तब सपा का उन्हें समर्थन मिल जाएगा!
एक बड़ी समस्या और खड़ी हो गई है, बीजेपी मेनका गांधी को तो टिकट देना चाहती है, लेकिन मेनका गांधी चाहती हैं कि पहले बीजेपी वरुण गांधी का टिकट फाइनल करें और यदि एक ही टिकट देना है, तब भी मेनका गांधी को नहीं, वरुण गांधी को टिकट दे?
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश की पीलीभीत लोकसभा सीट पर अभी तक बीजेपी और समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है, बीजेपी शायद वरुण गांधी के प्रत्याशी नहीं बनाना चाहती है, ऐसे में वरुण गांधी निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं और तब सपा उनका समर्थन कर सकती है?
खबरों की मानें तो वरुण गांधी ने जिला निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय से नामांकन पत्र खरीद लिया है, इसलिए ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी टिकट दे या न दे, लेकिन वरुण गांधी का पीलीभीत से चुनाव लड़ना तय है.
नामांकन के पहले ही दिन वरुण गांधी के निजी सचिव ने चार सेटों में नामांकन पत्र पीलीभीत लोकसभा सीट के लिए खरीदे हैं, मतलब.... यह तो तय है कि वरुण गांधी पीलीभीत लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे, लेकिन सवाल यह है कि वरुण गांधी को अगर बीजेपी टिकट नहीं देती है तो वह निर्दलीय लड़ेंगे या सपा की ओर लड़ेंगे?
गांधी परिवार में सियासी दरार डालकर बीजेपी मेनका गांधी और वरुण गांधी को सियासी ढाल की तरह इस्तेमाल करती रही है, देखना दिलचस्प होगा कि इस बार यह सियासी ढाल काम आती है या नहीं और बीजेपी अपनी दो सीटें कैसे बचाती है?
Varun Gandhi @varungandhi80
यह वर्षों की सेवा से कमाया विश्वास है,
पीलीभीत और मेरा रिश्ता कुछ खास है....
https://twitter.com/varungandhi80/status/1748208017370173710
#LokSabhaElections2024 क्योंकि.... पारस के दम पर सियासी स्वर्णकाल नहीं आ सकता था, चिराग से सियासी अंधेरा मिट सकता है?
https://www.palpalindia.com/2024/03/19/Bihar-Lok-Sabha-Elections-2024-Chirag-Paswan-LJP-NDA-alliance-Nitish-Kumar-news-in-hindi.html
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