बच्चे नही हो रहे तो क्या बच्चा हो पाएगा?

बच्चे नही हो रहे तो क्या बच्चा हो पाएगा?

प्रेषित समय :21:35:51 PM / Wed, Apr 10th, 2024
Reporter : reporternamegoeshere
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कुंडली का 5वा भाव और गुरु(बृहस्पति) सन्तान(बच्चे) का कारक है.अब कभी कभी ऐसा होता है!
कुंडली का 5वा भाव और 5वे भाव स्वामी पीड़ित और अशुभ होते है कुंडली मे और बृहस्पति की स्थिति भी कमजोर है कुंडली मे तब बच्चे होने में दिक्कत बनी रहेगी और बेबी नही हो ऐसी स्थिति बनी रहेगी.अब 5वे भाव स्वामी और 5वा भाव अगर अब पीड़ित भी है लेकिन 5वे भाव स्वामी कुंडली के अनुकूल अच्छे भावों में बैठकर कुंडली मे बलि है और सन्तान सुख का कारक ग्रह गुरु(बृहस्पति) कुंडली में मजबूत और अच्छी स्थिति में है तब यहाँ सन्तान दिक्कत होगी लेकिन हो जाएगी.अब यहाँ सन्तान कुंडली अनुसार उपाय करने से होगी अगर समय रहते उपाय कर लिए जाए है तब आपकी झोली सन्तान सुख से भर जाएगी.अब कुछ उदाहरणों की मदद से समझते अगर बच्चे होने में दिक्कत आ रही है या बच्चे नही हो पा रहे है तब ऐसी स्थिति वाले लोगो के बच्चे किनके हो पाएंगे और किनके नही और बच्चे होने का रास्ता बना हुआ है तो उपाय क्या करे आदि?                                        

वृष_लग्न1:- वृष लग्न में 5वे भाव स्वामी बुध जो कि सन्तान भाव स्वामी है कुंडली मे अब यहां बुध पर और 5वे भाव दोनों पर शनि और राहु की दृष्टि हो तब यहाँ सन्तान(बच्चे) होने में दिक्कत होगी और बच्चे न हो ऐसी स्थिति बनी रहती है लेकिन आगे अब यहां 5वे भाव(संतान भाव) स्वामी बुध कुंडली के केंद्र त्रिकोण में मजबूत होकर बैठा है और गुरु या शुक्र जैसे शुभ ग्रहों से सम्बन्ध में है और बुध नवमांश कुंडली मे भी मजबूत है आपके, तब बच्चे आपके जरूर हो जाएंगे, उपाय करने से दिक्कत दूर होकर बच्चे हो जाएंगे.                                         

कन्या_लग्न2:- कन्या लग्न में यहाँ 5वे भाव(सन्तान भाव) स्वामी शनि हैं अब शनि कुंडली मे यहाँ 6,8,12 भाव मे बैठकर मंगल से पीड़ित हो और बृहस्पति भी अशुभ हो कुंडली मे तब बच्चे होने में दिक्कत रहेगी, इसके अलावा 5वा भाव और शनि अन्य तरह से अशुभ और पीड़ित है कुंडली मे तब भी बच्चे होने में दिक्कत रहेगी अब ऐसी स्थिति में शनि को शुक्र बृहस्पति बुध इनमे से किन्ही दो ग्रहो का सम्बंध हो और शनि नवमांश कुंडली मे बलवान हो तब बच्चे यहाँ जरूर आपके हो जाएंगे, कुछ उपाय करने से.                                                                  

धनु_लग्न3:- धनु लग्न कुंडली मे 5वे भाव  स्वामी मंगल ग्रह है अब मंगल और सन्तान सुख कारक ग्रह बृहस्पति दोनों यहां नीच होकर पीड़ित हो या अन्य तरह से पीडित हो तब यहां बच्चे होने में दिक्कत रहेगी और सन्तान नही हो पाएगी, लेकिन अब यहाँ सौभाग्य से आपका सन्तान स्वामी ग्रह मंगल और संतान सुख ग्रह गुरु यह दोनों नवमांश कुंडली मे उच्च हो गए  हो और शुभ स्थिति में है तब मंगल गुरु के कुछ छोटे मोटे उपाय कर लेने या करने से निश्चित सन्तान हो जाएगी. ज्योतिष आचार्य आनन्द जालान

Anand Jalan

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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