जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेल मंडल के जबलपुर-इटारसी रेलखंड के श्रीधाम स्टेशन के समीप आज पूर्वान्ह मालगाड़ी के ड्राइवर (लोको पायलट) के पेट में अचानक से जमकर दर्द होने लगा. असहनीय दर्द जब उससे सहा नहीं गया, तब उसने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी देते हुए मालगाडी को वहीं रोक दिया. जिसके बाद मौके पर पहुंची एंबुलेंस से उसे प्राथमिक उपचार केन्द्र गोटेगांव लाया गया, जहां उसका इलाज किया गया है.
108 एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया
जबलपुर से इटारसी जा रही मालगाड़ी के लोको पायलट की अचानक तबियत बिगड़ने के चलते इमरजेंसी में श्रीधाम रेलवे स्टेशन पर रोका गया और 108 एम्बुलेंस को फोन पर सूचना दी गई, जहां ईएमटी शोभाराम जाटव एवं पायलट राजकुमार रेपुरिया मौके पर पहुंचे और मालगाड़ी के पायलट को 108 एंबुलेंस की सहायता से श्रीधाम रेलवे स्टेशन से गोटेगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया. बताया जा रहा है कि पायलट के पेट में असहनीय दर्द होने के चलते मालगाड़ी को रोकना पड़ा और अपने वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों को सूचना देने के बाद 108 एंबुलेंस से उसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया जहां इलाज के बाद ट्रेन पायलट को वापस श्रीधाम स्टेशन छोड़ गया.
काम का दबाव, पर्याप्त विश्राम के चला रहे ट्रेन
रेलवे प्रशासन की मनमानी रेलवे सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है. रेलवे प्रशासन के तुगलकी फरमान के चलते रेल लोको पायलट व सहायक लोको पायलट आराम को तरस गए हैं. हालात यह है किए इन कर्मचारियों से नियम विरुद्ध 14 से 16 घंटे तक रेल संचालन करवाया जा रहा है. ऐसे में यदि कोई रेल हादसा हो जाए तो कोई आश्चर्य की बात नहीं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-रुठियाई रेलवे स्टेशन पर लगी आग, स्टेशन पर कंट्रोल रूम से भड़की आग अन्य कमरों तक फैली
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