इम्फाल. मणिपुर में मंगलवार व बुधवार की दरमियानी रात में एक के बाद एक तीन धमाके हुए. ये धमाके मणिपुर के कांगपोकपी जिले में एक पुल को क्षतिग्रस्त करने के इरादे से किये गए थे. तीन मध्यम तीव्रता वाले विस्फोटों की सूचना मिली है. ये विस्फोट इम्फाल को नागालैंड के दीमापुर से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर सापरमीना के पास हुए.
यह घटना लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से दो दिन पहले हुई. दूसरे चरण के मतदान के दौरान बाहरी मणिपुर के कुछ हिस्सों में वोटिंग होनी है. द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि कांगपोकपी जिले में सापोरमीना के पास लगभग 1.15 बजे यह घटना हुई.
अधिकारी ने बताया कि अभी तक किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है और जांच जारी है. सुरक्षा बलों ने घटनास्थल के साथ-साथ आस-पास के इलाकों को भी सील कर दिया है और अतिरिक्त पुलों पर जांच चल रही है. बताया गया कि क्षेत्र में यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बनने वाली भारी आवाजाही पर प्रतिबंध लगाए गए हैं. विस्फोट के कुछ मिनट बाद, पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और पुल की घेराबंदी कर दी. उन्होंने बताया कि आईईडी विस्फोट की जांच शुरू कर दी गई है. हालांकि, आज सुबह कुछ दोपहिया वाहन पुल पर चलते देखे गए.
इंफाल पश्चिम जिले में दो युद्धरत समुदायों के ग्रामीण स्वयंसेवकों के बीच गोलीबारी के कुछ घंटों बाद आईईडी विस्फोट हुआ. पिछले साल मई से मणिपुर में इम्फाल घाटी स्थित मेइती और निकटवर्ती पहाड़ी स्थित कुकिस के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए थे और हजारों लोग बेघर हो गए. 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान के दौरान, मणिपुर के कुछ हिस्सों में हिंसा की घटनाएं सामने आईं थी. उपद्रवियों ने राज्य के एक मतदान केंद्र पर गोलीबारी की, जिससे दहशत और अशांति फैल गई. कुछ हिस्सों में ईवीएम को नष्ट कर दिया गया और जबरदस्ती और डराने-धमकाने के आरोप लगाए गए.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मणिपुर: राहत शिविर में रह रहे 4 बच्चों की नदी में डूबने से मौत, मचा हड़कम्प
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