सलमान खान हाउस फायरिंग केस में आरोपी ने जेल में आत्महत्या की कोशिश करके अंतिम सांस ली। इसके पहले, उन्हें एक न्यायिक अवधि के लिए जेल में रखा गया था। प्राथमिक रिपोर्टों के अनुसार, उनके परिजनों ने उन्हें मौत की खबर सुनते ही गहरे शोक में डूबे बताया।
आरोपी की मौत से संबंधित विवाद उठा है और इसे गंभीरता से लिया जा रहा है। जेल प्रशासन ने तत्काल जाँच की शुरुआत की है ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सके। सलमान खान के हाउस फायरिंग केस में यह नई घटना चोटी का मुद्दा बन गई है।
26 अप्रैल को पंजाब से गिरफ्तार किए गए 32 वर्षीय अनुज थापन सुबह 11 बजे पुलिस लॉक-अप से जुड़े शौचालय में गए और यह चरम कदम उठाया।
वह चार-पांच पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में लॉक-अप में 10 अन्य कैदियों के साथ रहा।
उन्होंने और एक अन्य आरोपी सोनू सुभाष चंदर ने कथित तौर पर 14 अप्रैल को 'टाइगर जिंदा है' अभिनेता के मुंबई स्थित घर के बाहर फायरिंग में इस्तेमाल किए गए हथियार दिए थे।
आरोपी की मौत ने उनके परिवार और समर्थकों में असहमति का दौर बढ़ा दिया है। उनके वकील ने इस मामले की गहराई से जाँच की मांग की है और न्याय के लिए न्यायिक शासन को आगाह किया है।
नवंबर 2022 से, लॉरेंस बिश्नोई और एक अन्य गैंगस्टर गोल्डी बरार की धमकियों के कारण सलमान खान की सुरक्षा का स्तर वाई-प्लस तक बढ़ा दिया गया है। अभिनेता को व्यक्तिगत बन्दूक ले जाने और बख्तरबंद वाहन चलाने की अनुमति है
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-IPL 2024 : जैकस के विस्फोट से RCB ने गुजरात को रौंदा
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