अभिमनोज. लोकसभा चुनाव 2019 के सापेक्ष लोकसभा चुनाव 2024 में देश का सियासी समीकरण बदल चुका है, लिहाजा यह चुनाव कई मामलों में चुनौतीपूर्ण है!
जिन राज्यों में एनडीए के लिए चुनौतियां बढ़ी हैं, उनमें बिहार सबसे उपर है?
जिस तरह से तेजस्वी यादव की सभाओं में भीड़ आ रही है, वह एनडीए के लिए खतरे की घंटी है!
मतलब.... तेजस्वी का सियासी तेज बढ़ने के कारण पीएम मोदी के लिए बिहार बड़ी चुनौती बन गया है, इसलिए एनडीए के लिए 2019 दोहराना संभव नहीं लग रहा है?
दरअसल, इस बार बिहार में अनेक बदलाव आए हैं....
1. पीएम मोदी की घोषणाओं पर मतदाताओं का भरोसा कम हुआ है.
2. जहां नीतीश कुमार कमजोर हुए हैं, वहीं तेजस्वी यादव ताकतवर होकर उभरे हैं.
3. राहुल गांधी की पॉलिटिकल इमेज में सुधार हुआ है.
यही वजह है कि- इस लोकसभा चुनाव में एनडीए के लिए पिछली बार की सीटें जीतना भी आसान नहीं है?
नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी से दोहरा नुकसान हुआ है, एक- सीटों के बंटवारे में बीजेपी का शेयर घट गया है, तो दो- कांग्रेस का शेयर बढ़ गया है!
नतीजा यह है कि- बीजेपी की सीटें तो कम नहीं होंगी, लेकिन नीतीश कुमार के लिए सीटें निकालना बहुत मुश्किल है, मतलब- एनडीए को सीटों का नुकसान होगा?
सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि- एनडीए की बिहार में जो सीटें कम होंगी, उनकी भरपाई के लिए बीजेपी के पास कोई और नया राज्य नहीं है, इसलिए यदि बिहार, महाराष्ट्र और कर्नाटक में बीजेपी मात खा गई, तो एनडीए की केंद्र की सत्ता से विदाई हो सकती है!
#LokSabaElection2024 साहेब का असली डर- आपके घर में बीजेपी के दो वोट हैं, एक वोट कांग्रेस ले लेगी?
https://palpalindia.com/2024/05/02/rajniti-politics-LokSaba-Election-2024-PM-modi-fears-election-Congress-victory-statements-election-politicians-teleprompter-news-in-hindi.html
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