नई दिल्ली. उत्तराखंड में चार धाम यात्रा इन दिनों जारी है, जिसके लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार भी एक्शन मोड में आ गई है. जिसके चलते एक बैठक की गई, जिसमें मुख्य सचिव ने तय किया कि रजिस्ट्रेशन के बिना किसी श्रद्धालु को चारधाम की यात्रा के लिए एंट्री नहीं दी जाएगी.
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण अव्यवस्था पैदा हो रही है, जिसे दुरुस्त करने के लिए दो दिन के लिए रजिस्ट्रेशन बंद किए गए है. रजिस्ट्रेशन इसलिए बंद हुए हैं ताकि वर्तमान यात्री यात्रा में आगे बढ़ सकें और भीड़ कम हो सके. मुख्यमंत्री के सचिव ने आदेश दिए हैं कि बैरियरों और अन्य जगहों पर चेकिंग होगी. घोड़ा खच्चर, डंडी कंडी भी बिना पंजीकरण के संचालित नहीं हो सकेंगे. गैर पंजीकृत घोड़ा खच्चरों के संचालन पर प्रभावी रूप से रोक लगाई गई है. सचिव के मुताबिक रिकॉर्ड यात्री पहुंचेगे. यात्रा मार्ग पर लगातार जाम व दबाव भी बढ़ता जा रहा है. उनका कहना है कि रजिस्ट्रेशन के बिना किसी श्रद्धालु को धाम में जाने नहीं दिया जाएगा. बैरियर पर भी सख्ती बरती जाएगी. सख्त निर्देश दिए गए हैं कि बैरिकेड पर भी जांच पड़ताल की जाएगी.
जिन यात्रियों और वाहनों के पास रजिस्ट्रेशन नहीं होगा उन्हें यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. बिना रजिस्ट्रेशन के आए वाहनों पर भी कार्रवाई होगी. चारधाम यात्रा की शुरुआत 10 मई से हो चुकी है. चारधाम की यात्रा में अब तक पांच दिनों 2.76 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके है. इस यात्रा में लोगों की भारी भीड़ है. इस कारण प्रशासन को भी श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने में काफी अधिक परेशानी हो रही है. प्रशासन द्वारा की गई सभी व्यवस्था चरमराने लगी है. इन सभी परेशानियों को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सचिव को गंगोत्री व यमुनोत्री की व्यवस्था की मॉनिटरिंग करने की जिम्मेदारी दी गई है. उन्हें ये सुनिश्चित करना होगा कि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी ना हो. मुख्यमंत्री सचिव अब स्वयं सभी व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे है. चारधाम की यात्रा में श्रद्धालुओं का जत्था कई जगह रोका जा रहा है. धाम में जो श्रद्धालू मौजूद है वो आगे बढ़े और सुलभता से दर्शन कर सकें. अधिकारियों को ये निर्देश दिए गए हैं कि सभी गाडिय़ों और श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन चैक करने के बाद ही धाम में उन्हें यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी. बैरियर पर अगर किसी श्रद्धालु के पास रजिस्ट्रेशन नहीं होगा तो उन्हें वापस भेजना पड़ेगा. बता दें कि भीड़ के कारण पहाड़ी राज्यों में काफी लंबा जाम भी लग रहा है. इनसे निपटने के लिए प्रशासन पुख्ता इंतजाम किया जा रहा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-खुलने जा रहे हैं चार धामों के कपाट, कैसे बनाएं यात्रा का प्लान
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