प्रदीप द्विवेदी. जनसंघ के जमाने से संघ से संबद्ध राजनीतिक शाखा पर उसका नियंत्रण रहा है, लेकिन.... 2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद मोदी टीम ने बीजेपी के कांग्रेसीकरण की प्रक्रिया शुरू की जिसका सियासी मकसद ही संघ नियंत्रण मुक्त भाजपा बनाना था, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का बयान बताता है कि- इसमें काफी हद तक मोदी टीम कामयाब हो गई है?
खबर है कि..... भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आरएसएस को लेकर बड़ी बात कही है कि- पार्टी लगातार बढ़ रही है और अब यह उस स्थिति से विकसित हो चुकी है, जहां उसे आरएसएस की जरूरत थी, अब बीजेपी अपने दम पर सक्षम है और अपना काम खुद चलाती है?
द इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में जेपी नड्डा ने कहा कि- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय और मौजूदा समय में काफी कुछ बदल चुका है, इसी कड़ी में आरएसएस की उपस्थिति भी बदल गई है, पहले हम इतनी बड़ी पार्टी नहीं थे और अक्षम थे, हमें आरएसएस की जरूरत पड़ती थी, लेकिन आज हम काफी आगे बढ़ चुके हैं और अकेले दम पर आगे बढ़ने में सक्षम हैं!
बीजेपी का हालत यह है कि- कभी संघ का खुलकर विरोध करनेवाला गौरव भाटिया मोदी टीम की मेहरबानी से आज बीजेपी का प्रमुख प्रवक्ता है?
https://palpalindia.com/2022/05/20/BJP-Sangh-Mohan-Bhagwat-Constitution-Gyan-Gaurav-Bhatia-news-in-hindi.html
मोहन भागवत को संविधान ज्ञान देनेवाले गौरव भाटिया ने माफी मांगी कि नहीं?
https://youtube.com/watch?v=dN2pFhrN4zg
याद रहे, पल-पल इंडिया (9 सितंबर 2023) ने सबसे पहले बीजेपी के कांग्रेसीकरण का मुद्दा उठाया था, अब नतीजे भी आने लगे हैं?
कांग्रेस मुक्त भारत का सपना दिखाकर केंद्र की सत्ता हासिल करनेवाले नरेंद्र मोदी ने 2014 के बाद जिस तरह से बीजेपी का कांग्रेसीकरण किया है, वह अब संघ-बीजेपी के मूल समर्थकों की नाराजगी बढ़ा रहा है?
इस संबंध में पल-पल इंडिया में कई बार लिखा गया कि.... मोदी टीम ने संघ से आए अनेक वरिष्ठ नेताओं को सियासी संन्यास आश्रम में भेज दिया, बीजेपी के कई पुराने स्टार प्रचारकों को पार्टी से बाहर कर दिया, तो कई अन्य दलों से आए भ्रष्ट नेताओं को सत्ता में सम्मानजनक स्थान दे दिया, यही नहीं.... गौहत्या विरोधी कानून, चीनी सामान विरोधी स्वदेशी आंदोलन आदि को भी ठंडे बस्ते के हवाले कर दिया गया है!
जाहिर है, इससे संघ और बीजेपी के मूल समर्थक खुश नहीं हैं?
लेकिन.... मोदी टीम अपने मकसद में काफी हद तक कामयाब हो चुकी है, न केवल बीजेपी पर मोदी टीम का एकाधिकार कायम है, बल्कि संबंद्ध अन्य संगठनों पर भी मोदी टीम की पकड़ मजबूत है!
पल-पल इंडिया (10/6/2021) ऐसे ही कांग्रेसीकरण हुआ, तो बीजेपी में अल्पसंख्यक हो जाएंगे मूल भाजपाई?
मोदी टीम बहुत तेजी से बीजेपी का कांग्रेसीकरण कर रही है, नतीजा यह है कि मूल भाजपाइयों का प्रतिशत लगातार कम हो रहा है और आनेवाले समय में बीजेपी में ही अल्पसंख्यक हो जाएंगे मूल भाजपाई!
जाहिर है, इसके कई ऐसे परिणाम होंगे जो बीजेपी की सियासी साख को धक्का पहुंचाएंगे....
एक- मोदी टीम ने संघ पृष्ठभूमि वाले आडवाणी जैसे अनेक बीजेपी नेताओं को पहले ही सियासी संन्यास आश्रम में भेज दिया है.
दो- कांग्रेस से बीजेपी में आए भ्रष्ट नेताओं की संख्या और असरदार भूमिका लगातार बढ़ रही है, जबकि मूल भाजपाइयों की भूमिका कमजोर पड़ रही है.
तीन- पश्चिम बंगाल में बीजेपी की ताकत बढ़ी, हालांकि सत्ता तो नहीं मिल पाई, लेकिन विपक्ष के नेता की भूमिका भी किसी मूल भाजपाई को नहीं मिली, मतलब- भविष्य में बंगाल में बीजेपी की सरकार बनी तो मुख्यमंत्री मूल भाजपाई नहीं, टीएमसी से आया कोई नेता होेगा?
चार- बीजेपी के कांग्रेसीकरण से जहां संगठन पर मोदी टीम की पकड़ मजबूत होती जा रही है, वहीं, संघ पृष्ठभूमि के मूल भाजपाइयों का असर कम हो रहा है.
पांच- कांग्रेस के असंतुष्ट बीजेपी में आ रहे हैं, जिनका बीजेपी को कोई खास फायदा तो होना नहीं है, उल्टे कांग्रेस में असंतोष खत्म होगा, यही नहीं, बंगाल के नतीजों ने बता दिया है कि नेता भले ही दल बदल लें, सियासी समीकरण नहीं बदल सकते हैं.
सबसे बड़ी बात- इस बात की क्या गारंटी है कि सियासी समय बदलने पर येे दलबदलू नेता बीजेपी को नहीं छोड़ेंगे?
शायद, मोदी टीम को योगी पर भरोसा नहीं है, उसे लगता है कि पश्चिम बंगाल की तरह यूपी में भी दलबदलू नेता सरकार बनवा देंगे?
यदि मूल भाजपाई अब भी बीजेपी के कांग्रेसीकरण का विरोध नहीं कर पाए, तो उन्हें, उन नेताओं के जयकारे लगाने के लिए तैयार रहना चाहिए, कभी जिनकी हाय-हाय के नारे लगाते थे!
सियासी सयानों का मानना है कि- आज के जो सियासी हालात हैं, उसमें साफ है कि आनेवाले समय में मोदी टीम से अलग मूल भाजपाइयों और संघ से आए नेताओं की सियासी राह आसान नहीं होगी?
#Elections2024 नरेंद्र मोदी के बाद कौन? जवाब 4 जून के बाद मिलेगा- योगी, शिवराज, गडकरी या अमित शाह!!
https://www.palpalindia.com/2024/05/13/Politics-who-after-Narendra-Modi-Yogi-Shivraj-Gadkari-or-Amit-Shah-bonsai-politics-news-in-hindi.html
13 देशों के 25 राजनयिक PM मोदी की रैली में शामिल होंगे, चुनावी अभियान का लेंगे जायजा
बिहार के लिए मोदी सरकार ने 10 सालों में कुछ भी नहीं किया, तेजस्वी का बड़ा आरोप
यूपी: सपा-कांग्रेस की सरकार बनी तो ये राम मंदिर पर चलवा देंगे बुलडोजर: पीएम नरेंद्र मोदी
#BreakingNews क्या नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार, शरद पवार, मायावती की सियासी विदाई का समय आ गया है?