पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में सिविल लाइन स्थित रेलवे की मिलेनियम कालोनी में अपने पिता राजकुमार विश्वकर्मा व छोटे भाई तनिष्क की हत्या के मामले में 70 दिन से फरार नाबालिग बेटी को पुलिस की टीम ने हरिद्धार (उत्तराखंड) से गिरफ्तार कर लिया है. वहीं नाबालिगा का बॉयफे्रं ड पुलिस को चकमा देकर मौके से फरार हो गया है. जिसे पकडऩे पुलिस की टीमों ने घेराबंदी कर दी है. हालांहिक अधिकारिक तौर पर पुष्ठि नहीं की गई है.
बताया जाता है कि सिविल लाइन में रेलवे की मिलेनियम कालोनी में रहने वाले राजकुमार विश्वकर्मा उम्र 52 वर्ष व उनके बेटे तनिष्क उम्र 8 बर्ष की हत्या कर दी गई थी. पिता राजकुमार व भाई तनिष्क की हत्या के बाद नाबालिग बेटी ने भोपाल में अपने चचेरी बहन को वाइस मैसेज कर कहा कि पड़ोस में रहने वाले मुकुल ने पापा व भाई को मार दिया है. दोपहर करीब 3 बजे पुलिस आरपीएफ के साथ पहुंची तो घर पर बाहर से ताला लगा था. ताला तोड़कर पुलिस अंदर दाखिल हुई. किचन में राजकुमार खून से लथपथ मृत पड़े थे. बॉडी पॉलीथिन से कवर थी. वहीं फ्रिज में पॉलीथिन के ऊपर चादर में लिपटी तनिष्क की खून से सनी लाश मिली. इसके बाद से रेलकर्मी की 17 साल की बेटी अपने बॉयफ्रेंड मुकुल सिंह 21 के साथ फरार हैं. पुलिस अधिकारियों ने टीमे बनाकर तलाश शुरु कर दी. उनका लोकेशन कभी भोपाल, तो कभी विशाखापट्टम तो कभी अयोध्या मिला, जब पुलिस की टीम अयोध्या पहुंची तो लोकेशन नेपाल मिला. इस तरह से पुलिस की टीम तलाश में जुटी रही. इसके बाद पुलिस की टीम तलाश करते हुए हरिद्वार पहुंची, जहां पर नाबालिगा अपने बॉयफे्रंड के साथ एक मंदिर में बैठी रही, पुलिस ने घेराबंदी कर नाबालिगा को पकड़ लिया, तभी आरोपी मुकुल सिंह पुलिस को चकमा देकर भाग गया. पुलिस की टीमों ने पीछा भी किया लेकिन वह पकड़ नहीं आया. हालांकि आरोपी मुकुल को पकडऩे पुलिस की टीमों ने हरिद्वार पुलिस की मदद से घेराबंदी कर दी है. ऐसा माना जा रहा है कि आरोपी मुकुलसिंह भी जल्द पकड़ लिया जाएगा. पिता व भाई की हत्या के आरोप में फरार नाबालिग बेटी के पकड़े जाने की खबर की अधिकारिक तौर पर पुष्ठि नहीं की जा रही है.
इन शहरों में मिलती रही लोकेशन-
आरोपियों को पकडऩे के लिए मध्यप्रदेश पुलिस की आठ टीम ने मुंबई, पुणे, कर्नाटक, गोवा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब और बिहार में तलाश कर आई. इसके बाद 11 अप्रैल को आरोपी मुकुल की लोकेशन चंडीगढ़ में मिली थी. जबलपुर पुलिस ने पंजाब पुलिस की मदद लेकर तलाश की लेकिन वे हरियाणा होते हुए 6 दिन में 880 किलोमीटर का सफर तय कर आरोपी 17 अप्रैल को अयोध्या पहुंच गए. यहां उसका मोबाइल कुछ देर के लिए चालू हुआ फिर बंद हो गया. जो आज तक फिर ऑन नहीं हुआ. पुलिस अयोध्या पहुंची यहां पता चला कि मुकुल नेपाल पहुंच गया है.
देश के कई शहरों में लगाए 10 हजार पोस्टर-
जबलपुर पुलिस ने मुकुल सिंह वांटेड के 10 हजार पोस्टर मध्यप्रदेश सहित देश के कई शहर में चिपकाए गए. यही नहीं पश्चिम बंगाल, नेपाल बॉर्डर पर भी पोस्टर लगाए गए हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर रेल मंडल में उल्लेखनीय कार्य करने वाले श्री सोने को पुष्प गुच्छ देकर दी विदाई