बेंगलुरु. शराब पीने वाले लोगों के लिए खुशी की खबर है. 1 जुलाई से दक्षिण भारत के कर्नाटक में शराब के दाम कम होने वाले हैं. हैरानी की बात यह है कि सरकार शराब सस्ती करके रेवेन्यू बढ़ाना चाहती है. इसलिए दाम कम करके शराबियों को शराब खरीदने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती है. ऐसे में कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने 1 जुलाई से प्रदेश के ठेकों पर मिलने वाली प्रीमियम शराब ब्राडों की कीमतें घटा दी हैं.
राज्य सरकार शराब के दामों में कटौती के लिए अगले महीने अधिसूचना जारी करेगी. ऐसे में प्रदेश भर के शराब प्रेमियों में खुशी की लहर है. कर्नाटक की कांग्रेस सरकार दाम कम करके पड़ोसी राज्यों से खरीदी जा रही शराब की ब्रिकी को रोकना चाहती है. इसलिए सरकार ने प्रदेश के 16 ब्रांडों की कीमतों में संशोधन किया है. सरकार का कहना है कि सस्ती शराब के लिए दूसरे राज्यों का सहारा लेने की बजाय अब लोग इसे कर्नाटक से ही खरीद सकेंगे.
सरकार ने इसलिए उठाया कदम
बता दें कि कर्नाटक के बॉर्डर इलाकों के लोग सस्ती शराब खरीदने के लिए पड़ोसी राज्यों में चले जाते हैं. इससे बॉर्डर क्षेत्र के ठेकों में शराब की बिक्री घट जाती है सरकार को राजस्व का नुकसान उठाना पड़ता है. उदाहरण के लिए ग्रेटा नामक शराब की 750 मिली की बोतल पहले पहले 2000 रुपए मिलती थी जो कि अब घटकर 1700 से 1800 रुपए के बीच मिलेगी. इसके अलावा 5000 रुपए की शराब की बोतल 3600 से 3700 और 7100 रुपए की बोतल 5200 रुपए में मिलेगी.
देश में सबसे महंगी शराब कर्नाटक में
बता दें कि देश के बड़े राज्यों में महंगी शराब कर्नाटक में मिलती है. मान लीजिए कि एक 100 रुपए की शराब की बोतल कर्नाटक में 513 रुपए में मिलती है. इसकी वजह शराब पर लगने वाला टैक्स है. देश में शराब पर सबसे अधिक टैक्स कर्नाटक में वसूला जाता है. ऐसे में जब भी किसी राज्य को रेवेन्यू लॉस होता है तो वह शराब पर टैक्स बढ़ा देते हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कर्नाटक में भीषण सड़क हादसे में दो साल के बच्चे समेत तीन की मौत, 4 घायल
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