नई दिल्ली. संसद सत्र के पांचवें दिन आज नीट मुद्दे को लेकर दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ. लोकसभा में हंगामे के बीच कार्यवाही को १ जुलाई तक स्थगित कर दिया गया है. वहीं राज्यसभा में कार्यवाही रुक-रुक कर चलती रही. हालांकि इस बीच नीट मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहीं सांसद फूलो देवी नेताम गश खाकर बेहोश हो गई. उन्हे संसद से अस्पताल पहुंचाया गया.
धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा सरकार का बचाव करने आए. उन्होंने कहा कि नीट पेपर लीक पर जांच चल रही है. इसलिए संसद में इस पर बहस नहीं करनी चाहिए. २४ जून से शुरू हुआ संसद का यह सत्र ३ जुलाई तक चलेगा. राज्य सभा में पीएम मोदी ३ जुलाई को चर्चा का जवाब दे सकते हैं. वहीं राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा बात सिर्फ आपातकाल की नहीं है. मैं याद दिलाना चाहता हूं कि जब भी वे सत्ता में आए संविधान खतरे में था. जब राजीव गांधी सत्ता में आए तो सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसला दिया और वो फैसला शरिया के खिलाफ लग रहा था. तब इस देश की संसद ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को रोक दिया और शरिया को संविधान से ऊपर रख दिया था. वहीं केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकार हर तरह की चर्चा के लिए तैयार है. लेकिन सब कुछ परंपरा और मर्यादा के भीतर होना चाहिए. जब कल राष्ट्रपति ने खुद अपने भाषण में परीक्षा के बारे में बात की तो इससे सरकार की मंशा का पता चलता है कि हम किसी भी मुद्दे का सामना करने के लिए तैयार हैं. सरकार की जिम्मेदारी देश के युवाओं के प्रति है. देश के छात्रों के प्रति है. सरकार अपना पक्ष रखने के लिए तैयार है फिर भ्रम क्या है. हम सख्त से सख्त कार्रवाई करने जा रहे हैं और सीबीआई सबको पकडऩे जा रही है. हम किसी को नहीं छोड़ेंगे. सुधार के लिए एक हाई लेवल कमेटी भी बनाई गई है. जल्द ही उन सभी परीक्षाओं की तारीख भी घोषित की जाएगी. मैं विपक्ष से भी अनुरोध करता हूं कि वे राजनीति से बाहर आएं और चर्चा में शामिल हों.
राहुल बोले नीट पर चर्चा करके पीएम-
दूसरी ओर संसद में जाने से पहले राहुल गांधी ने कहाए मैं पीएम से निवेदन करता हूं कि नीट मामले पर सम्मानपूर्वक चर्चा करें. देश के युवा घबराए हुए हैं. उन्हें नहीं पता क्या होने वाला है. संसद से यह मैसेज जाना चाहिए कि सरकार और विपक्ष उनकी चिंताओं को लेकर एक साथ हैं. लोकसभा की कार्यवाही की शुरुआत तो हुई लेकिन महज १५ मिनट बाद ही इसे १२ बजे तक स्थगित कर दिया गया. कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर विपक्ष ने हंगामा कर दिया. जिसके बाद लोकसभा को सोमवार १ जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया. विपक्ष द्वारा नीट पर चर्चा की मांग को लेकर स्थगन प्रस्ताव लाया था. लोकसभा स्पीकर ने कहा कि नियमों के मुताबिक राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद के बीच स्थगन प्रस्ताव नहीं लाया जाता.
खडग़े ने कहा मैं चेयरमैन का ध्यान खीचने वेल में आया था-
मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि यह राज्यसभा के चेयरमैन जगदीप धनखड़ की गलती है. मैं उनका ध्यान खींचने के लिए अंदर गया था. लेकिन तब भी वे नहीं देख रहे थे. वे केवल सत्ता पक्ष को देख रहे थे. नियमानुसार उन्हें मेरी तरफ देखना चाहिए लेकिन उन्होंने जानबूझकर मुझे अनदेखा करके मेरा अपमान किया. तो मेरे लिए क्या बचा था, मुझे या तो अंदर जाना होगा या बहुत जोर से चिल्लाना होगा. नीट परीक्षा हुई है, पेपर लीक हुआ है. लाखों बच्चे परेशान हैं. इसलिए हमने एक चर्चा की मांग की. लेकिन उन्होंने इसे मौका ही नहीं दिया, इस पर ध्यान ही नहीं दिया और इसलिए हमें यह करना पड़ा.
सभापति ने कहा कि संसद के इतिहास में आज का दिन दागी हो गया-
राज्यसभा में जेपी नड्डा के भाषण के बीच लगातार नारेबाजी होती रही. वहीं सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि यह दिन भारतीय संसद के इतिहास में एक धब्बा बन गया है कि विपक्षी नेता खुद वेल में आ गए. जो पहले कभी नहीं हुआ. मैं व्यथित हूं मैं हैरान हूं कि संसदीय परंपराएं इस हद तक गिर सकती हैं कि विपक्षी नेता वेल में आ गए. इसलिए सदन की कार्यवाही दोपहर २ बजे तक के लिए स्थगित की जाती है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-#अरविंद_केजरीवाल ! दिल्ली शराब घोटाला- कितना सही है और.... कितना सियासी है?
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