पलपल संवाददाता, जबलपुर। एमपी के राजगढ़ लोकसभा चुनाव में हुई गड़बड़ी को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजयसिंह ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है। वे आज अपने समर्थकों के साथ कोर्ट पहुंचे थे, उन्होने यहां पर हनुमानजी के दर्शन किए और कहा आज का दिन मंगलवार बड़ा ही शुभ दिन है। वे सिविक सेंटर में चल रहे युवक कांग्रेस के धरने पर पहुंचे और संबोधित करते हुए कार्यकर्ताओं से कहा कि सीखा है तो आरएसएस से कुछ सीखो, वे मांइड गेम खेलते है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने याचिका में बताया कि पूरे चुनाव के दौरान चुनाव आयोग की जो प्रक्रिया होती है, उसका पालन नहीं किया गया है। जिसके चलते कांग्रेस को राजगढ़ सीट हारना पड़ी। उन्होने याचिका के माध्यम से हाईकोर्ट को बताया कि चुनाव के दौरान इलेक्शन कमीशन के नियमों का पालन नहीं किया गया था। हाईकोर्ट में याचिका दायर होने के बाद जल्द ही इस मामले पर सुनवाई हो सकती है। राजगढ़ लोकसभा प्रत्याशी की तरफ से अधिवक्ता संजय अग्रवाल केस लड़ेंगे। श्री सिंह ने सबसे पहले कोर्ट परिसर स्थित मंदिर पहुंचकर हनुमानजी के दर्शन किए। उन्होने कहा कि आज मंगलवार बजरंगबली का दिन है और ये दिन शुभ भी है। दिग्विजय ने मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद दान पेटी में दक्षिणा डाली और भगवान का प्रसाद लिया। इस दौरान उनके साथ समर्थक और अधिवक्ता भी साथ में रहे। दिग्विजय सिंह का कहना है कि पूरे तथ्यों और प्रमाण के साथ में याचिका दायर कर रहा हूं। दिग्विजय सिंह के वकील संजय अग्रवाल का कहना है कि याचिका दायर हो गई हैए जल्द ही इसमें सुनवाई भी होगीए जो कि इंदौर हाईकोर्ट में होगीए क्योंकि राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र इंदौर हाईकोर्ट के अधीन आता है।
धरना स्थल पर पहुंचकर आरएसएस माइंड गेम खेलती है-
हाईकोर्ट से निकलने के बाद दिग्विजयसिंह सीधे सिविक सेंटर पहुंचे, जहां पर नीट व नर्सिंग घोटाला को लेकर युवक कांग्रेस व एनएसयूआई के धरना में शामिल हुए। उन्होने कार्यकर्ताओं को समझाइश देते हुए कहा कि अगर आप लोगों को कुछ सीखना है तो आरएसएस से सीखो, जो कि हमारे मुख्य विरोधी है। वो माइंड गेम खेलते हैं। आरएसएस ना कभी आंदोलन करेंगे, ना कभी प्रदर्शन करेंगे, ना कभी डंडे खाएंगे और ना ही कभी जेल जाएंगे। हम लोगों को जरूर जेल भिजवांएगे। इसलिए उनसे कुछ सीखते हुए संकल्प लेना चाहिए। युवा कांग्रेस के नेताओं से उन्होंने कहा कि जनता के बीच जाकर जनता का विषय कैसे उठाया जाए इसका भी अध्ययन करने की जरूरत है।
पौधारोपण पर भी उठाए सवाल-
उनहोने पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश में चल रहे पौधारोपण अभियान पर भी सवाल खड़े करते हुए भ्रष्टाचार की बात कही। उन्होने कहा एक ओर प्रदेश की मोहन यादव सरकार पेड़ कटवा रही है तो दूसरी तरफ पौधारोपण जैसे कार्यक्रम कर रही है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ प्रदेश मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री भी शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का पौधारोपण अभियान रिकॉर्ड बनाने के होता हैं। पौधे लगवाना, गड्डे कराना और फिर भ्रष्टाचार करना यह अभियान यहीं तक सीमित रह गया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि 20 रुपए का गड्डा और 30 रुपए का पौधा। अनुमानित एक पौधा लगाने में 50 रुपए मध्यप्रदेश सरकार खर्च कर रही हैए समझा जा सकता है कि जब पूरे प्रदेश में पौधारोपण हो रहा है तो फिर कितने करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं और सरकार क्या इसकी गारंटी लें रहीं हैं कि यह जो पौधे करोड़ों रुपए खर्च करके लगाए जा रहे हैं उसमें कितने प्रतिशत पौधे जीवित रहेंगे। उन्होने रीजनल इंडस्ट्रीज कान्क्लेव को लेकर कहा कि मध्यप्रदेश में परसेंटेज ऑफ इन्वेस्टमेंट महज 7 प्रतिशत ही है। प्रदेश में होने वाली इन्वेस्टर सबमिट सिर्फ फोन एक्सचेंज करना और भाईचारा स्थापित करने तक ही सीमित रह जाएगी। इन्वेस्टर मीट के दौरान बड़े-बड़े अधिकारी व निवेशक, उद्योगपति आपस में अपने संबंधों को मजबूत करते हैं लेकिन इसमें नहीं उद्यमियों का कुछ होता है और ना ही प्रदेश के युवकों को रोजगार मिलता है।
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