नई दिल्ली. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार 3.0 का बजट पेश किया जा चुका है. ये बजट भारतीय रेलवे के लिए ज्यादा खुशी और यात्रियों के लिए थोड़ा गम लेकर आया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आम यात्रियों और युवाओं को एक खुशखबरी दी है. रेल मंत्री का कहना है कि,रेलवे द्वारा ढाई हजार नॉन एसी कोच बनाए जा रहे हैं. अगले तीन सालों में दस हजार और एक्स्ट्रा नॉन एसी कोच बनाए जाएंगे. इसका फायदा मिडिल क्लास और कम आय वालों को मिलेगा. साथ ही रेलवे जॉब का एनुअल कैलेंडर बन गया है. उसके आधार पर ही रेलवे नौकरियां दे रहा है. इस वर्ष करीब 39,000 रेलवे जॉब दी जाएंगी.
इस बार केंद्रीय बजट में रेल मंत्रालय के लिए ऐतिहासिक राशि का आवंटन हुआ है. बजट में रेलवे को 2 लाख 62 करोड़ रुपए मिले हैं. सरकार ने रेलवे को मजबूत बनाने और नई सुविधाएं लाने के लिए सरकार ने 2,62,200 करोड़ रुपये कैपेक्स के तौर पर दिए हैं. ग्रॉस बजटरी सपोर्ट 2,52,200 करोड़ रुपये है. यह रकम 2023-24 के बजट में 2.40 लाख करोड़ रुपये थी.
सरकार का लक्ष्य है कि अमृत भारत एक्सप्रेस जैसी ज्यादा से ज्यादा पैसेंजर ट्रेनें चलाई जाएं. बजट का बड़ा हिस्सा सेफ्टी के लिए जाएगा. 1,08,000 करोड़ से पुराने ट्रैक्स, सिग्नलिंग, कवच, रेल के पुल बनाने में लगेंगे. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि, रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और अपग्रेडेशन पर हमारा फोकस होगा. इसमें सुरक्षा पर सबसे बड़ा खर्च किया जाएगा. पांच हजार किलोमीटर लाइन पर कवच सिस्टम लगाने की तैयारी की जाएगी. कोच का अपग्रेड किया जाएगा. साथ ही वंदे भारत, स्लीपर वंदे भारत जल्द आएगी. भारत में रेलवे का किराया दुनिया में सबसे कम है. उच्च घनत्व नेटवर्क की भीड़ कम करना, देश में लॉजिस्टिक लागत में कमी लाना, यात्री अनुभव और उनकी सुरक्षा को बढ़ाना सरकार के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं.
रेल मंत्री ने कहा है कि यूपीए के दौरान 411000 रेलवे नौकरियां दी गई, मोदी सरकार ने 20 फीसदी ज्यादा 500000 नौकरियां रेल में दी गई है. बजट 2024-25 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले 10 वर्षों के शासन की कड़ी मेहनत और लक्ष्य केंद्रित नजरिये को आगे बढ़ाता है. रेलवे में जॉब का एनुअल कैलेंडर बना है. इस वर्ष करीब 39,000 रेलवे जॉब दी जाएंगी.
सुरक्षा पर खर्च होगी ज्यादा राशि
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, इस आवंटन का एक बड़ा हिस्सा 1,08,795 करोड़ रुपये- सुरक्षा संबंधी गतिविधियों के लिए है, जैसे पुरानी पटरियों को नए से बदलना, सिग्नल प्रणाली में सुधार और फ्लाईओवर तथा अंडरपास का निर्माण और कवच लगाना है. इन सभी सुरक्षा संबंधी गतिविधियों में कवच लगाना रेलवे की प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर है. रेलवे मंत्री के अनुसार स्वचालित ट्रेन-सुरक्षा प्रणाली के उन्नत संस्करण कवच 4.0 को हाल में अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन से मंजूरी मिली है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर : रेलवे ने गंदगी के विरुद्ध जारी जंग में 500 से अधिक यात्रियों को पकड़कर पेनल्टी वसूली
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