जैश आतंकियों के दो मददगार गिरफ्तार, कठुआ हमले में आतंकियों को खिलाया था खाना, WI-FI मुहैया कराया था, 5 जवान हुए थे शहीद

जैश आतंकियों के दो मददगार गिरफ्तार, कठुआ हमले में आतंकियों को खिलाया था खाना, WI-FI मुहैया कराया था, 5 जवान हुए थे शहीद

प्रेषित समय :17:48:31 PM / Thu, Jul 25th, 2024
Reporter : reporternamegoeshere
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कठुआ. जम्मू-कश्मीर के कठुआ में 8 जुलाई को हुए आतंक वादी हमले में जूनियर कमीशंड ऑफिसर सहित 5 जवान शहीद हुए थे. इस हमले में आतंकियों की मदद करने वाले दो ओवर ग्राउंड वर्कर (OGW) को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिाय है.

दोनों OGW आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हुए थे. दोनों ने आतंकियों को खाने-पीने की चीजों के साथ ही WI-FI मुहैया कराया था ताकि आतंकी सीमा पार बैठे अपने हैंडलर से बातचीत कर सकें. इन इलाकों के लोग आतंकियों की मदद करते हैं. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान लियाकत और राज के रूप में हुई है. 8 जुलाई के बाद से आतंकियों को ढूंढने के लिए पुलिस ने 100 लोगों से पूछताछ की थी. इस पूछताछ के आधार पर दोनों OGW वर्कर्स का पता चला था. 8 जुलाई को सुरक्षाबल के जवान दो ट्रकों में कठुआ से करीब 123 किलोमीटर दूर लोहाई मल्हार ब्लॉक के माछेड़ी इलाके के बडनोटा में दोपहर 3.30 बजे पहाड़ी इलाके में पेट्रोलिंग के लिए निकले थे. रास्ता कच्चा था गाड़ी की रफ्तार भी धीमी थी.

एक तरफ ऊंची पहाड़ी और दूसरी तरफ खाई थी. आतंकियों ने पहाड़ी से घात लगाकर सेना के ट्रक पर पहले ग्रेनेड फेंका फिर स्नाइपर गन से फायरिंग की थी. सेना ने भी काउंटर फायरिंग की लेकिन आतंकी जंगल में भाग गए. हमले में 3 से 4 आतंकियों के शामिल होने की बात सामने आई थी. वे एडवांस हथियारों से लैस थे. 9 जून को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार शपथ ले रहे थे. उसी समय जम्मू के रियासी से खबर आई कि आतंकियों ने श्रद्धालुओं की बस पर फायरिंग कर दी है. फायरिंग में ड्राइवर को टारगेट किया गया. इसकी वजह से बस बेकाबू होकर गहरी खाई में जा गिरी. 9 यात्रियों की मौत हुई जबकि 42 लोग घायल हो गए.  

8 जुलाई को कठुआ में भी आतंकियों ने हमले की यही थ्योरी अपनाई. आतंकियों ने ऊंची पहाडिय़ों से सेना के ट्रक पर हमला किया. टारगेट ड्राइवर को किया. हालांकि खराब सड़क की वजह से ट्रक 10 से 15 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार में था.  इसलिए खाई में नहीं गिरा. इसके बाद आतंकियों की फायरिंग में 5 जवान शहीद हुए और 5 घायल हो गए. हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स नाम के आतंकी संगठन ने ली है. यह संगठन प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की ही एक शाखा है. संगठन की ओर से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा गया कि यह हमला 26 जून को डोडा में मारे गए 3 आतंकियों की मौत का बदला है. साथ ही बताया कि आतंकियों ने हमला हैंड ग्रेनेड और स्नाइपर गन से किया.
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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