ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए ज्योतिष में कई सरल और प्रभावी उपाय बताए गए हैं. इन उपायों को करने में न केवल मजा आता है, बल्कि ये आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव भी ला सकते हैं..
सूर्य:हर सुबह उगते सूर्य को तांबे के लोटे से जल अर्पित करें, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो.रविवार को गुड़ और गेहूं के लड्डू बनाकर गरीबों में बांटें. इससे आपके संबंध मजबूत होंगे.सूर्य मंत्र "ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः" का 108 बार जाप करें.
चंद्रमा:सोमवार को दूध और चावल की खीर बनाकर परिवार के साथ खाएं और शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं.सफेद वस्त्र पहनें और चावल का दान करें. चंद्रमा की रोशनी में बैठकर ध्यान करें.चंद्रमा मंत्र "ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः" का जाप करें.
मंगल:मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करें और बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं. यह आपको साहस और शक्ति देगा.मसूर की दाल का दान करें और लाल वस्त्र पहनें. मंदिर में सरसों का तेल चढ़ाएं.मंगल मंत्र "ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः" का जाप करें.
बुध:बुधवार को गणेश जी की पूजा करें और हरे रंग के वस्त्र पहनें. गणेश जी को दूर्वा घास चढ़ाएं.मूंग की दाल का दान करें और हरे रंग की मिठाई का भोग लगाएं.बुध मंत्र "ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः" का जाप करें.
गुरु:गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा करें और पीली वस्तुओं का दान करें. पीले वस्त्र पहनें.बेसन के लड्डू बनाएं और गरीब बच्चों में बांटें. यह आपको समृद्धि और ज्ञान देगा.गुरु मंत्र "ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः" का जाप करें.
शुक्र:शुक्रवार को माँ लक्ष्मी की पूजा करें और गुलाब की खुशबू वाली अगरबत्ती जलाएं. सफेद वस्त्र पहनें.चावल और दूध का दान करें. घर में सुगंधित फूल रखें.शुक्र मंत्र "ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः" का जाप करें.
शनि:शनिवार को शनि देव की पूजा करें और काले तिल का दान करें. सरसों का तेल और काले वस्त्र का दान करें.काले कुत्तों को रोटी खिलाएं और जरूरतमंदों को काले चने का दान करें.शनि मंत्र "ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः" का जाप करें.
राहु:नारियल और काले तिल का दान करें. पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं.तांबे के बर्तन में जल रखकर सिरहाने रखें और सुबह जल को पीपल के पेड़ में डालें.राहु मंत्र "ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः" का जाप करें.
केतु:केतु से संबंधित वस्त्र और तिल का दान करें. काले कुत्ते को खाना खिलाएं.सफेद कंबल का दान करें और मंदिर में झाड़ू लगाएं.केतु मंत्र "ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः" का जाप करें.
इन उपायों को नियमित रूप से करने से ग्रहों के अशुभ प्रभाव कम होते हैं और जीवन में शांति, सुख और समृद्धि आती है. साथ ही, इन उपायों को करते समय आनंद लें और उन्हें एक सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ करें. याद रखें, सच्चे मन से की गई पूजा और दान का ही सर्वाधिक लाभ मिलता है.
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Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कुंडली में षोडश वर्ग को समझे फिर देखें फलादेश की सटीकता व सफलता
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