नई दिल्ली. आदिवासी और दलित संगठनों ने बुधवार को 'भारत बंद' का आह्वान किया है. बसपा और आरजेडी जैसे दलों ने इस बंद का समर्थन किया है. नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन्स (NACDAOR) ने हाशिए पर पड़े समुदाय के लिए मजबूत प्रतिनिधित्व और सुरक्षा की मांग करते हुए, इस बंद का आह्वान किया है. NACDAOR ने एसटी-एससी और ओबीसी के लिए न्याय और समानता सहित अन्य मांगों की एक सूची जारी की है.
भारत बंद का दिल्ली में नहीं होगा असर- अलग-अलग संगठनों की तरफ से आज देशव्यापी भारत बंद की घोषणा की गई है और सोशल मीडिया पर भी ये ट्रेंड कर रहा है, लेकिन इस भारत बंद का दिल्ली में कोई असर नहीं होगा. दिल्ली में व्यापारियों और फैक्ट्री मालिकों के शीर्ष संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ( सीटीआई ) चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि हमने कश्मीरी गेट, चांदनी चौक, खारी बावली, नया बाजार, चावड़ी बाजार, सदर बाजार, करोल बाग, कमला नगर, कनॉट प्लेस, लाजपत नगर, सरोजिनी नगर, आदि 100 से ज्यादा बाजारों के एसोसिएशन्स से इस विषय पर चर्चा की और सभी का ये कहना है कि भारत बंद को लेकर किसी ने भी व्यापारी संगठनों से ना ही संपर्क किया है और ना ही समर्थन मांगा है इसलिए दिल्ली के सभी 700 बाजार पूरी तरह से खुले रहेंगे, इसके अलावा सभी 56 इंडस्ट्रियल एरिया भी खुले रहेंगे.
क्यों है आज भारत बंद- सुप्रीम कोर्ट ने कुछ ही दिन पहले एक फैसला सुनाया था, जिसमें उन्होंने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों के बीच अलग-अलग श्रेणियां बनाने के लिए राज्य सरकारों को मंजूरी दी थी. सर्वोच्च अदालत ने आदेश दिया था कि आरक्षण के लाभ सबसे अधिक फायदा जरुरतंदों को होना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट के इसी फैसले के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है. अदालत के फैसले का दलित और आदिवासियों ने विरोध किया और समुदाय के संवैधानिक अधिकारों का हनन बताया. कोर्ट से इस फैसले को वापस लेने की मांग की जा रही है.
संभावित हिंसा की आशंका के चलते पुलिस ने सभी जिलों में अपनी तैनाती बढ़ा दी है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए एक उच्च स्तरीय बैठक हुई जिसमें संभागीय आयुक्त, जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हुए। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को संवेदनशील इलाका मानते हुए हाई अलर्ट पर रखा गया है। डीजीपी यू आर साहू ने कहा, 'हमने अपने अधिकारियों को बंद का आह्वान करने वाले समूहों के साथ-साथ बाज़ार संघों के साथ बैठक करने को कहा है ताकि बेहतर सहयोग हो सके।' 21 अगस्त, 2024 को पूरे देश में बैंक की शाखाएं खुली रहेंगी। अलग-अलग राज्यों में केर पूजा, तेंडोंग लो रुम फात, पैट्रियट्स डे, स्वतंत्रता दिवस/पारसी नया साल (शहंशाही), रक्षाबंधन/झूला पूर्णिमा/बीर विक्रम किशोर मानिक्य बहादुर का जन्मदिन, श्री नारायण गुरु जयंती, जन्माष्टमी (श्रावण वद-8)/कृष्ण जयंती जैसे त्योहारों की वजह से बैंक बंद रह सकते हैं।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने 21 अगस्त को होने वाले भारत बंद का समर्थन किया है। यह बंद आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने बुलाया है। पार्टी ने कहा कि यह बंद सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के खिलाफ है, जिसमें अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षण के बारे में बात की गई है। इस फैसले में 'कोटे के अंदर कोटा' की बात कही गई है, जिससे कई समूहों ने विरोध किया है। उनका कहना है कि इससे आरक्षण की असली मंशा खत्म हो जाएगी। आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर ने समाज में छुआछूत खत्म करने के लिए आरक्षण की व्यवस्था की थी, न कि आर्थिक स्थिति के आधार पर। आरजेडी तब तक विरोध करेगा जब तक सुप्रीम कोर्ट का फैसला साफ नहीं हो जाता और एससी और एसटी के लिए आरक्षण की व्यवस्था बनी रहती है, जो सामाजिक भेदभाव को खत्म करने का एक जरिया है।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-निसान ने नई दिल्ली में बढ़ाया नेटवर्क
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