पलपल संवाददाता, जबलपुर/भोपाल. एमपी की राजधानी भोपाल, जबलपुर सहित करीब 30 जिलों में लगातार बारिश हो रही है. जबलपुर में बीती रात तेज बारिश से पूरा शहर तरबतर हो गया. इसी तरह भोपाल में भी 24 घंटे में 2.4 इंच पानी गिरा है. सागर के शाहगढ़ में सबसे ज्यादा 11.8 इंच पानी गिरा है. दमोह के पथरिया में 11 इंच, छतरपुर के बक्सवाहा में 10 इंच व जबलपुर में 8 इंच बारिश दर्ज की गई है. वहीं जबलपुर में बरगी बांध के 17 गेट एक बार फिर खोल दिए गए है.
मध्यप्रदेश में 24 घंटे से हो रही तेज बारिश के चलते प्रदेश का कोटा पूरा हो गया है, यहां तक कि दो इंच ज्यादा पानी गिर गया है. अब तक प्रदेश में 39.1 इंच बारिश हो चुकी है जो सामान्य से 1.8 ज्यादा है. एमपी की सामान्य बारिश 37.3 इंच है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि ओडिशा के आसपास डीप डिप्रेशन बना है. यह ओडिशा पोस्ट को पार करते हुए उत्तरी छत्तीसगढ़ व इससे लगे क्षेत्रों में एक्टिव है. जिसके चलते नर्मदापुरम, जबलपुर, भोपाल संभाग के कई जिलों में भारी बारिश का दौर जारी रहा. मानसून ट्रफ की पोजिशन प्रदेश के गुना, उमरिया होते हुए डिप्रेशन के सेंटर में है. साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी एक्टिव है. यही कारण है कि बंगाल की खाड़ी से अधिक मात्रा में नमी आ रही है. अरब सागर से भी हवाएं आ रही हैं. इससे बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो गया है. अगले 24 घंटे में भी सिस्टम की एक्टिविटी बनी रहेगी. 12 सितंबर से सिस्टम थोड़ा कमजोर होगा लेकिन कई जिलों में तेज बारिश का दौर जारी रहेगा. भोपाल, सागर व ग्वालियर संभाग में 14 सितंबर तक यही स्थिति बनी रहेगी. रायसेन के बेगमगंज में पराशरी नाला उफान पर आ जाने से सागर भोपाल सड़क मार्ग बंद हो गया है. दमोह में घरों में पानी भर गया. टीकमगढ़ और शिवपुरी में भी सड़कें डूब चुकी हैं. विदिशा में भी कई रास्ते बंद हैं.
एमपी के बांधों की हालत-
बरगी बांध के 21 में से 17 गेट, नर्मदापुरम में तवा डैम के 13 में से 9 गेट, मोहनपुरा डेम के 10 गेट, हलाली डैम के 5 व मड़ीखेड़ा डैम के 4 गेट खोले गए हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-