इम्फाल. मणिपुर के जिरीबाम जिला स्थित बोरोबेक्रा में उपद्रवियों ने देर रात करीब एक बजे एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को आग के हवाले कर दिया. घटना पुलिस चौकी से महज 150 मीटर दूर हुई. इसमें किसी के घायल होने की खबर नहीं है. वहीं घटना के पीछे कुकी समुदाय के लोगों के शामिल होने की आशंका है.
इंफाल में सुरक्षाबलों व स्टूडेंट्स में हिंसक झड़प हुई जिसमें करीब 100 से छात्र घायल हुए. इस प्रदर्शन में इंफाल घाटी के 100 से ज्यादा स्कूल-कॉलेजों के बच्चे शामिल थे. दूसरी ओर राजधानी इंफाल में पूरे दिन सन्नाटा पसरा रहा. इंफाल ईस्ट व वेस्ट में कफ्र्यूू जारी है. मैतेई बहुल 5 जिलों में इंटरनेट बंद है. राज्यपाल एल आचार्य असम चले गए. उनके पास मणिपुर गवर्नर का अतिरिक्त प्रभार है. यहां कफ्र्यू के बाद भी इमा मार्केट में 300 से ज्यादा छात्र प्रदर्शन पर डटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि हम लंबी लड़ाई की तैयारी में हैं. हमने बांग्लादेश में छात्रों की ताकत देखी है. बीते 16 महीने में राज्य बर्बाद हो चुका है इसलिए हम राज्यपाल से मांगें मनवाकर ही घर लौटेंगे. कुकी उग्रवादी ड्रोन हमले कर रहे हैं सरकार सुरक्षा नहीं दे पा रही है. हमारे माता-पिता प्रदर्शन करते-करते थक चुके हैं. कभी कफ्र्यूू तो कभी हिंसा के चलते बाजार बंद. स्कूल-कॉलेज खुले हैं लेकिन वहां पढऩे कैसे जाएं. ऐसे में अब हम खुद को बचाने नहीं उतरेंगे तो कौन उतरेगा. गौरतलब है कि मणिपुर में 3 मई 2023 से कुकी-मैतेई समुदाय के बीच जातीय संघर्ष जारी है. इस महीने 1 सितंबर से मैतेई इलाकों में ड्रोन व रॉकेट हमलों के बाद हिंसा और बढ़ गई है. हमलों के खिलाफ 8 सितंबर से लोगों का विरोध-प्रदर्शन जारी है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-