पलपल संवाददाता, दतिया. एमपी के दतिया स्थित राजगढ़ किले के नीचे के हिस्से वाली 400 वर्ष पुरानी दीवार गिरने से सात लोगों की मौत हो गई. मृतकों में एक ही परिवार के 5 सदस्य व दो लोग परिवार के मुखिया के बहन व बहनोई है. तड़के चार बजे के लगभग हुई घटना से आसपास रहने वाले लोगों में हड़कम्प मच गया था. खबर मिलते ही जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी रेस्क्यू टीम के साथ पहुंच गए, जिन्होने मलबे के नीचे दबे सभी लोगों को बाहर निकाला, जिसमें दो की हालत को देखते हुए स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया है.
प्रदेश के कई शहरों में लगातार हो रही बारिश अब कहर बरपा रही है. दतिया में लगातार हो रही बारिश के चलते राजगढ़ किले की 4 सौ साल पुरानी दीवार धराशायी हो गई. हादसे में 9 लोग दब गए, जिनकी चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग घरों से बाहर आ गए, देखा तो दीवार मलबे में तब्दील हो गई थी. खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी व रेस्क्यू टीम पहुंच गई. जिन्होने मलबे के नीचे दबे लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया. हादसे में सात लोगों की मौत हो गई, वहीं दो की हालत को देखते हुए भरती कर लिया गया. कलेक्टर संदीप मकीन ने घटना पर दुख जताते हुए बताया कि मुख्यमंत्री डॉण् मोहन यादव ने मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. लोगों ने रेस्क्यू की गति धीमी होने का आरोप लगाकर सुबह करीब 8 बजे हंगामा कर दिया. उनका कहना था कि मलबा हटाने में लापरवाही बरती जा रही है. पुलिस ने उन्हें शांत करवाया. ग्वालियर चंबल जोन के आईजी सुशांत सक्सेना मौके पर पहुंचे हैं.
हादसे में इनकी गई जान-
हादसे में निरंजन वंशकार, उनकी पत्नी ममता, बेटी राधा, दो बेटे सूरज व शिवम सहित निरंजन की बहन प्रभा और बहनोई किशन पिता पन्ना लाल की मौत हो गई. किशन ग्वालियर का रहने वाला था. वह करीब 15 साल पहले ससुराल में ही बस गया था.
दो घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया-
हादसे में निरंजन के दूसरे बहनोई मुन्ना पिता खित्ते वंशकार व उनका बेटा आकाश घायल हुए हैं. दोनों के सिर और पैरों में चोट है. उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-