व्यापार(बिजनेस)जो कि रोजीरोटी के साथ जीवन जीने के हर एक चीज स सम्बन्ध रखता है धन भी व्यापार से आएगा और अच्छा जीवन भी रोजगार से बनेगा.व्यापार नुकसान दे रहा है तब कब तक व्यापार से लाभ होने शुरू हो जाएगा, कब समय व्यापार उन्नति ,व्यापार से लाभ के लिए अच्छा है और क्या उपाय करें जिससे व्यापार में खूब उन्नति हो आज इसी बारे में बात करते है.व्यापार में अच्छी स्थिति और लाभ हो और नुकसान न हो इसके लिए जरूरी है व्यापार योग अच्छे हो, जैसे कि व्यापार ग्रह बुध बलवान हो बुध के साथ दसवाँ भाव दसवे भाव स्वामी बलि हो, दुकानदारी व्यापार है तब 7वा भाव और इसका स्वामी बलवान हो और धन लाभ के भाव दूसरे और ग्यारहवे भाव अच्छी स्थिति में है तब व्यापार से फायदा होगा, व्यापार अच्छा भी चलेगा जबकि यह भावों में से कोई भी एक भाव अच्छी स्थिति नही है तब व्यापार में उसी तरफ से नुकसान होगा जैसे 11वा भाव अच्छा नही है तब आर्थिक लाभ व्यापार में न होकर नुकसान होता रहेगे या लाभ की मात्रा नही बढ़ेगी.अब व्यापार योग पूरी तरह से है तब उपाय करके व्यापार अच्छा चलने लगेगा बाकी व्यापार योग नही है तब जॉब करना ही उत्तम हैं अब कुछ उदाहरणों से समझते है व्यापार में नुकसान हो रहा है या उन्नति नही हो रही है तब कैसे लाभ होगा और क्या व्यापार जो कर रहे है वह कुंडली अनुसार ठीक है या नही या क्या करे?
#उदाहरण_अनुसार_मेष_लग्न1:-मेष लग्न में 10वे भाव स्वामी शनि बलवान है साथ ही धन स्वामी शुक्र और दूसरा ग्यारहवा भाव सहित व्यापार ग्रह बुध भी बलवान है तब व्यापार से ही लाभ होगा, अब यहाँ ग्रह दशा अनुकूल नही है तब ग्रह दशा अनुकूल हो इसके उपाय या जो भी भाव व्यापार से सम्बंधित कमजोर है उस भाव के उपाय करने से व्यापार में आर्थिक और व्यवसायिक लाभ होने लगेगा. उदाहरण अनुसार गलत व्यवसाय का चयन:-
#उदाहरण_अनुसार_धनु_लग्न2:-धनु लग्न में 7वे+10वे भाव स्वामी बुध अत्यंत बलवान होकर यहाँ बलवान और शुभ शनि और शुक्र के साथ सम्बन्ध में है तब व्यापार चलेगा लेकिन यहाँ व्यापार शनि और शुक्र प्रधान चीजो जैसे लोहा, लोहे से बने समान, तेल, कॉस्मेटिक शॉप, ज्वेलरी, कपड़े का काम आदि ही लाभ देगा.जबकि इन शुक्र शनि बुध से सम्बन्धी काम नही है तब भी व्यापार में नुकसान होगा.
#अब व्यापार योग है तब कुंडली अनुसार जिन कामो के व्यापार में सफलता है उस चीज के व्यापार करने से व्यवसायिक लाभ और आर्थिक लाभ होगा, जबकि कुंडली अनुसार व्यापार सम्बन्धी धन या धनलाभ या व्यापार कराने वाले ग्रहो में दिक्कत है तब उपाय करने से व्यापार सही तरह चलकर लाभ देगा, जबकि व्यापार ग्रहयोग नही है तब नौकरी या जिस भी कार्यक्षेत्र में रोजगार ग्रह ने बना रखा है उस कार्य को करने से रोजगार सफलता मिलेगी.
Astrologer Rohit Gupta