नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में पुलिस ने सबसे बड़े मादक पदार्थ भंडाफोड़ में लगभग 2000 करोड़ रुपये मूल्य की कोकीन जब्त की है. पुलिस ने बताया कि मादक पदार्थ दक्षिण दिल्ली में बरामद किया गया और इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
अधिकारियों का कहना है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट है जिसे नई दिल्ली में अफगान नागरिकों द्वारा चलाया जा रहा था. यह मादक पदार्थ भंडाफोड़ ऐसे समय में हुआ है जब कुछ ही दिन पहले दो अन्य अफगान नागरिकों को कथित तौर पर एक सिंडिकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने दो आरोपी हाशिमी मोहम्मद वारिस और अब्दुल नायब के कब्जे से 400 ग्राम हेरोइन व 160 ग्राम कोकीन बरामद की. वारिस जनवरी 2020 से शरणार्थी के तौर पर भारत में रह रहे हैं. उनका परिवार अफग़ानिस्तान में है. भारत आने के बाद उन्होंने विकासपुरी में एक केमिस्ट की दुकान में हेल्पर के रूप में काम किया. वह ड्रग्स के कारोबार में तब आया जब उसके दोस्त ने उससे संपर्क किया और उसे दिल्ली और एनसीआर में विभिन्न लोगों से खेप एकत्र करने के लिए कहा है.
पुलिस ने बताया कि वह आगे रिसीवर्स तक सामान पहुंचाता था. उसे हर डिलीवरी के लिए 100 डॉलर मिलते थे. पुलिस के मुताबिक नायब भी एक अफग़ान नागरिक है. वह जनवरी 2020 में अपने पिता के साथ भारत आया था. उसके पिता को छोड़कर उसका पूरा परिवार अफग़ानिस्तान में रहता है. नायब की मुलाकात वारिस से विकासपुरी में एक केमिस्ट की दुकान पर हुई थी. पुलिस ने बताया कि वारिस ने नायब को विलासितापूर्ण जीवनशैली का झांसा देकर उसे नशीली दवाओं के कारोबार में धकेला. इस साल की शुरुआत में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने चार लोगों को पकड़ा था जो मणिपुर व चार अन्य राज्यों के हिंसा प्रभावित इलाकों से ड्रग्स लेकर दिल्ली आ रहे थे और उन्हें दक्षिणी दिल्ली के क्लबों में बेच रहे थे. पुलिस ने बताया कि आरोपी किआ सेल्टोस और महिंद्रा थार का इस्तेमाल बढिय़ा क्वालिटी की अफीम और हेरोइन की तस्करी के लिए करते थेए जिसकी कीमत करोड़ों में है. वे खुद को निर्माण कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी बताते थे जो इंफाल में सड़क निर्माण परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं और स्थानीय निवासियों से भारी मात्रा में ड्रग्स हासिल करने में कामयाब रहे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-