नई दिल्ली. ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष में स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है. बुधवार को इजरायली सेना ने जानकारी दी कि लेबनान में हिजबुल्लाह के साथ हुए संघर्ष में उसके 8 सैनिकों की मौत हो गई. यह घटना तब हुई जब इजरायली सेना ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर जमीन से हमले शुरू किए. आमने-सामने की इस लड़ाई में अब तक इजराइल के 8 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 18 घायल हुए हैं. हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि उसने इजराइल के 3 टैंक भी तबाह कर दिए हैं.
लेबनान के दक्षिणी इलाके में इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच जारी जमीनी लड़ाई में बुधवार को इजराइली सेना 2 किमी अंदर मरून अल-रस गांव पहुंच गई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां इजराइली सैनिकों की हिजबुल्लाह के लड़ाकों से मुठभेड़ भी हुई.
इजरायली डिफेंस फोर्स ने एक बयान में कहा कि बुधवार को हुए संघर्ष के दौरान उसके आठ सैनिकों की जान चली गई. इससे पहले, एक इजरायली सेना के कैप्टन एतान इत्ज़हाक ओस्टर की मौत हुई थी. 22 वर्षीय कैप्टन ओस्टर लेबनान के साथ हुए जमीनी युद्ध में इजरायल के पहले शहीद थे. इजरायली सेना ने बताया कि कैप्टन ओस्टर के साथ ही सात और सैनिक लेबनान में हिजबुल्लाह के साथ हुए इस संघर्ष में मारे गए. हिजबुल्लाह ने दावा किया कि उसके लड़ाकों ने इजरायली सैनिकों को दक्षिणी लेबनान के एक गांव से पीछे हटने पर मजबूर कर दिया.
हिजबुल्लाह का दावा- हिजबुल्लाह के मुताबिक, इजरायली सेना ने लेबनान के अदायसेह गांव में घुसने की कोशिश की, लेकिन हिजबुल्लाह के लड़ाकों ने उन्हें वापस जाने पर मजबूर कर दिया. यह पहली बार है जब हाल के हफ्तों में संघर्ष लेबनान की धरती पर हुआ है. इस बीच, हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह की इजरायली हवाई हमले में मौत के बाद से तनाव और बढ़ गया है. हिजबुल्लाह के प्रवक्ता मोहम्मद अफीफ ने इस बारे में कहा, "यह संघर्ष की बस शुरुआत है." उन्होंने कहा कि उनके लड़ाके पूरी तरह तैयार हैं और दक्षिण लेबनान में हालात गंभीर होते जा रहे हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-