JABALPUR: किसान की बेटे की हत्या कर तालाब में फेंकी लाश, 9 दिन से था लापता, परिजनों ने लगाए आरोप

JABALPUR: किसान की बेटे की हत्या कर तालाब में फेंकी लाश

प्रेषित समय :16:11:55 PM / Wed, Oct 9th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित ग्राम थूआ पड़रिया कटंगी के तालाब में एक छात्र अरुणसिंह लोधी की लाश मिलने से सनसनी फैल गई. 9 दिन से लापता अरुणसिंह की लाश मिलने की खबर पाते ही परिजनों सहित गांव के कई लोग पहुंच गए. वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को तालाब से निकलवाया तो पाया कि उसके शरीर पर गंभीर चोट के निशान है. परिजनों ने आशंका व्यक्त की है कि अरुणसिंह की हत्या कर शव को तालाब में फेंक दिया है ताकि आत्महत्या करना प्रतीत हो. गांव में किसान पूरनसिंह के बेटे अरुण की मौत की खबर के बाद से तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त है.  

पुलिस के अनुसार ग्राम थूआ पड़रिया कटंगी निवासी अरुण सिंह लोधी उम्र 20 वर्ष प्रज्ञाधाम कालेज में बीए द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत रहा. जो एक अक्टूबर की रात 8 बजे के लगभग घर से टहलने का कहकर निकला, इसके बाद देर रात तक लौटकर नहीं आया. अरुणसिंह घर न लौटने से परिजन चितिंत हो गए. उन्होने अपने स्तर पर तलाश की लेकिन अरुणसिंह का कहीं पता न  चल सका. यहां तक कि थाना पहुंचकर पुलिस को घटनाक्रम की जानकारी दी. पुलिस ने गुम इंसान का मामला दर्ज कर लिया. आज सुबह कुछ लोग तालाब के पास से गुजरे तो उन्हे बदबू का अहसास हुआ, जिसपर कटंगी पुलिस को सूचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से जांच कराई तो युवक का शव मिला. खबर मिलते ही परिजनों सहित गांव के कई लोग भी पहुंच गए, जिन्होने शव की पहचान अरुण के रुप में की. अरुण के शरीर पर चोट के निशान देखकर परिजनों ने संदेह जताया कि उसकी हत्या कर लाश को तालाब में फेंक दिया गया है जिससे आत्महत्या करना प्रतीत हो. पुलिस को पूछताछ में ग्रामीणों ने बताया कि अरुण आखिरी बार अपने दो दोस्तों के साथ देखा गया है. वहीं पेशे से किसान अरुण के पिता पूरनसिंह लोधी का कहना था कि अरुण का किसी से कोई विवाद नहीं था, वह कालेज से सीधे घर आता, इसके बाद खेत जाकर अपने काम में जुट जाता था. पुलिस का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए शासकीय अस्पताल पहुंचाकर जांच शुरु कर दी गई है. उसके दोनों दोस्तों को भी थाना बुलाकर पूछताछ की जाएगी. वहीं पुलिस को यह भी खबर मिली है कि रोजाना अपने दोस्तों के साथ घूमने के लिए बाहर निकलता था और मोबाइल फोन पर फ्री फायर गेम खेलता था. एक अक्टूबर को भी अरुण अपने दोस्त आनंद व राघवेंद्र के साथ निकला तो चौराहा पर बैठकर तीनों गेम खेलते रहे. फिर टहलते हुए गांव के बाहर आ गए थे. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-