वह मर गया पर अमर रहेगा वंश, मौत के चार साल बाद पिता बन सकेगा यह व्यक्ति!

वह मर गया पर अमर रहेगा वंश, मौत के चार साल बाद पिता बन सकेगा यह व्यक्ति!

प्रेषित समय :03:14:12 AM / Sat, Oct 12th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

अभिमनोज
उनका बेटा नहीं रहा लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट के एक फैसले से उनका दादा-दादी बनने का सपना साकार हो सकेगा, मतलब....  एक व्यक्ति मर गया पर अमर रहेगा उसका वंश, मौत के चार साल बाद पिता बन सकेगा वह व्यक्ति.
खबर है कि.... दिल्ली हाईकोर्ट ने सर गंगाराम अस्पताल को निर्देश दिया है कि वह उस व्यक्ति के फ्रीज किये सीमन सैम्पल को घरवालों का सौंप दे ताकि उस व्यक्ति के माता-पिता इस सैंपल से सेरोगेसी के ज़रिए अपने बेटे के वंश को आगे बढ़ा सकें.
खबरों की  मानें तो.... अदालत जाने से पहले उस व्यक्ति के माता-पिता सीमेन सैंपल पाने के लिए अस्पताल  गए थे, लेकिन वहां इसकी स्वीकृति नहीं मिली. दिल्ली हाईकोर्ट ने इसकी स्वीकृति देते हुए अपने फैसले में कहा कि- भारतीय क़ानून के तहत अगर सीमेन या एग देने वाले डोनर की सहमति है तो उनके मरने के बाद भी प्रजनन पर रोक नहीं है.
उल्लेखनीय है कि.... दिल्ली हाईकोर्ट में एक माता-पिता की ओर से दायर याचिका में कहा गया था कि उनका बेटा कैंसर से पीड़ित होने के बाद सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हुआ, उसे कीमोथेरेपी दी गई, अस्पताल में डॉक्टरों ने सलाह दी कि कीमोथेरेपी के चलते आगे चलकर उसके पिता बनने में मुश्किल आ सकती है, लिहाजा अच्छा होगा कि वह अपना सीमेन संरक्षित करवा दें.
इस सलाह के बाद  उस व्यक्ति का सीमेन सैम्पल फ्रीज करने की सहमति दे दी गई, अस्पताल की लैब में सैम्पल फ्रीज भी कर दिया गया, लेकिन  उस व्यक्ति की मौत के बाद वंश को आगे बढ़ने के लिए माता-पिता को इजाज़त नहीं दी गई. खबरों पर भरोसा करें तो.... अदालत ने अपने फैसले में कहा कि- यह मामला अपने आप में अनोखा है, अगर मरने वाला व्यक्ति विवाहित होता या उसका कोई जीवन साथी होता तो मामला अलग होता, लेकिन इस मामले में उसका कोई जीवन साथी नहीं है, ऐसे में अदालत के सामने सवाल यह है कि क्या मौजूदा क़ानून के तहत मरने के बाद प्रजनन पर कोई रोक है?
अदालत ने कहा कि इस केस में मरने वाला व्यक्ति जानता था कि उसका कोई जीवनसाथी नहीं है, सीमेन सैंपल को सुरक्षित रखने के पीछे भविष्य में बच्चे को पैदा करने का इरादा स्पष्ट था, उसे कीमोथेरेपी के बाद जिंदा रहने की उम्मीद रही होगी, लेकिन भाग्य ने उसका साथ नहीं दिया, लिहाजा.... सीमेन सैंपल को सुरक्षित रखने के पीछे की वजह उसकी बच्चा पैदा करने की आख़िरी इच्छा मानी जानी चाहिए, सीमेन सैंपल एक जेनेटिक मटेरियल है, क्योंकि वह गुजर गया तो उसके पहले उत्तराधिकारी होने के नाते उस पर माता-पिता का हक़ बनता है.
और.... अदालत ने उस व्यक्ति की मौत के बाद भी उसके माता-पिता को दादा-दादी बनने  और वंश को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान किया! 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-