भगवान नरसिंह की साधना

भगवान नरसिंह की साधना

प्रेषित समय :20:11:43 PM / Sun, Oct 13th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

भगवान नरसिंह की साधना करने से शत्रु द्वारा किये गए अथवा ऊपरी हवाओं के द्वारा  समस्त परेशानियों में इनकी उपासना शीघ्र फलदायी होती है.

नरसिंह जी भगवान् विष्णु के उग्र अवतार हैं जिन्होंने भक्त प्रहलाद की रक्षा हेतु नरसिंह अवतार ले कर  प्रहलाद के पिता हिरन्यकश्यप का वध किया था.
मै अपने पाठकों से उग्र साधनाओं के विषय में एक बात और स्पष्ट कर देना चाहता हूँ की इन साधनाओं को कौतुहल वश अथवा मंत्रों की परीक्षा लेने के लिए कदापि  न करें ,जब आप उपरोक्त समस्याओं में घिरें हों तभी उग्र साधनाओं को संपन्न करें, क्योंकि कई बार मैंने ऐसे लोगों को देखा है कि सिर्फ मन्त्र का प्रभाव देखने के लिए उन्होंने किसी अन्य व्यक्ति पर प्रयोग कर दिया.ये सभी चीजें सदैव ही बुरी होती हैं.उग्र साधनाओं को जब भी संपन्न  करे सिर्फ अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा के लिए अथवा किसी भी पीड़ित व्यक्ति को ठीक करने के लिए करें.

उग्र साधना को संपन्न करने से पहले गुरु मन्त्र की 1 माला का जप ,शरीर रक्षा मन्त्र ,आसन जप फिर साधना का संकल्प अवश्य लें ,ऐसा करने से साधना निर्विघ्न संपन्न होती है एवं साधना का फल भी प्रत्यक्ष दिखाई देता है.

भगवान् नरसिंह की उपासना सौम्य रूप में करनी चाहिए
भगवान नरसिंह के प्रमुख 10 रूप है १) उग्र नरसिंह २) क्रोध नरसिंह ३) मलोल नरसिंह ४) ज्वल नरसिंह ५) वराह नरसिंह ६) भार्गव नरसिंह ७) करन्ज नरसिंह ८) योग नरसिंह ९) लक्ष्मी नरसिंह १०) छत्रावतार नरसिंह/पावन नरसिंह/पमुलेत्रि नरसिंह
दस नामों का उच्चारण करने से कष्टों से मुक्ति और गंभीर रोगों के नाश में लाभ मिलाता है
उनकी प्रतिमा या चित्र की विधिबत पूजा सभी कष्टों का नाश करती है
भगवान नरसिंह जी की पूजा के लिए गूगल,जटामांसी, फल, पुष्प, पंचमेवा, कुमकुम केसर, नारियल, अक्षत व पीताम्बर रखें
गंगाजल, काले तिल, शहद, पञ्च गव्य, व हवन सामग्री का पूजन में प्रयोग सकल लाभ देता है
मूर्ती या चित्र को लकड़ी के बाजोट या पटड़े पर वस्त्र बिछा कर स्थापित करना चाहिए अखंड दीपक की स्थापना मूर्ती की दाहिनी और करनी चाहिए
भगवान नरसिंह को प्रसन्न करने के लिए उनके नरसिंह गायत्री मंत्र का जाप करें
ॐ वज्रनखाय विद्महे तीक्ष्ण दंष्ट्राय धीमहि |तन्नो नरसिंह प्रचोदयात ||
पांच माला के जाप से आप पर भगवान नरसिंह की कृपा होगी.इस महा मंत्र के जाप से क्रूर ग्रहों का ताप शांत होता है.कालसर्प दोष, मंगल, राहु ,शनि, केतु का बुरा प्रभाव नहीं हो पाता, एक माला सुबह नित्य करने से शत्रु शक्तिहीन हो जाते हैं.संध्या के समय एक माला जाप करने से कवच की तरह आपकी सदा रक्षा होती है
यज्ञ करने से भगवान् नरसिंह शीघ्र प्रसन्न होते हैं
जो बिधि-विधान से पूजा नहीं कर पाते और जो मनो कामना पूरी करना चाहते है, उन्हें बीज मंत्र द्वारा साधना करनी चाहिए
संपत्ति बाधा नाशक मंत्र-
यदि आपने किसी भी तरह की संपत्ति खरीदी है गाड़ी, फ्लेट, जमीन या कुछ और उसके कारण आया संकट या बाधा परेशान कर रही है तो संपत्ति का नरसिंह मंत्र जपें, भगवान नरसिंह या विष्णु जी की प्रतिमा का पूजन करें
फिर धूप दीप पुष्प अर्पित कर प्रार्थना करें एवं सात दिये जलाएं, हकीक की माला से पांच माला मंत्र का जाप करें
काले रंग के आसन पर बैठ कर ही मंत्र जपें
मंत्र-
ॐ नृम मलोल नरसिंहाय पूरय-पूरय
एक विशेष बात और है कि इन मन्त्रों का  जाप शाम को या फिर सूर्यास्त  के समय करने से शीघ्र फल मिलता है
ऋण मोचक नरसिंह मंत्र- यदि आप ऋणों में उलझे हैं और आपका जीवन नरक हो गया है, आप तुरंत इस संकट से मुक्ति चाहते हैं तो ऋणमोचक नरसिंह मंत्र का जाप करें,भगवान नरसिंह की प्रतिमा का पूजन करें.
पंचोपचार पूजन कर फल अर्पित करते हुये प्रार्थना करें ,मिटटी के पात्र में गंगाजल अर्पित करें एवं  हकीक की माला से छ: माला मंत्र का जाप करें.
मंत्र-ॐ क्रोध नरसिंहाय नृम नम:
रात्रि के समय मंत्र जाप से शीघ्र फल मिलता है
शत्रु नाशक नरसिंह मंत्र- यदि आपको कोई ज्ञात या अज्ञात शत्रु परेशान कर रहा हो तो शत्रु नाश का नरसिंह मंत्र जपें, भगवान विष्णु जी की प्रतिमा का पूजन करें,धूप दीप पुष्प सहित जटामांसी अवश्य अर्पित कर प्रार्थना करें
चौमुखे तीन दिये जलाएं, हकीक की माला से पांच माला मंत्र का जाप करें
मंत्र- ॐ नृम  नरसिंहाय शत्रुबल विदीर्नाय नमः
रात्री को मंत्र जाप से जल्द फल मिलता है
यश रक्षक मंत्र -यदि कोई आपका अपमान कर रहा है या किसी माध्यम से आपको बदनाम करने की कोशिश कर रहा है तो यश रक्षा का नरसिंह मंत्र जपें. भगवान नरसिंह जी की प्रतिमा का पूजन करें,कुमकुम केसर गुलाबजल और धूप दीप पुष्प अर्पित कर प्रार्थना करें.सात तरह के अनाज दान में दें.हकीक की माला से सात माला मंत्र का जाप करें
काले रंग के आसन पर बैठ कर ही मंत्र जपें
मंत्र- ॐ करन्ज नरसिंहाय यशो रक्ष
इस मंत्र का जप संध्या के समय करने पर शीघ्र फल मिलता है.

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Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-