पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में सात साल पहले पैरोल से फरार हुए गैरम्यादी वारंटी श्यामू बर्मन को पुलिस की टीम ने पूना (महाराष्ट्र) से गिरफ्तार किया है. श्यामू बर्मन पूना में नाम बदलकर एक होटल में काम कर रहा था. गौरतलब है कि एसपी आदित्यप्रताप सिंह ने श्यामू बर्मन पर दस हजार रुपए नगद इनाम रखा था.
माननीय न्यायालय द्वारा थाना अधारताल के अपराध क्रमंाक 22/11 धारा 449, 302, 34, 392, 397, 120 बी भादवि के प्रकरण में सजायाफ्ता श्यामू पिता बहादुर बर्मन निवासी छुई खदान गढ़ा के पैरोल पर (जेल अवकाश) से वापस सजा भुगतने जेल दाखिल न होते हुये फरार हो जाने के परिपेक्ष्य में थाना सिविल लाईन में 281/17 धारा 224 भादवि एवं 31 गए, बंदी संशोधन अधिनियम 1985 दर्ज होकर आरोपी श्याम बर्मन जिसके विरूद्ध मान्नीय न्यायालय श्री राजकुमार यादव सीएजेएएमए जबलपुर द्वारा प्रकरण क्रमंाक 8406/17 में स्थाई वारंट जारी किया गया है. आरोपी श्यामू बर्मन का स्थाई वारंट थाना सिविल लाईन में लंबित है. जारी गैरम्यादी वारंट की तामीली के लगातार प्रयास किए गए लेकिन श्यामू बर्मन की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी. यहां तक कि एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने श्यामू बर्मन निवासी छुई खदान गढा को गिरफ्तार करने वाले या गिरफ्तारी हेतु सूचना देने वाले या गिरफ्तारी मे सहयोग प्रदान करने वाले को 10000 रुपए के नगद ईनाम की घोषणा की. इसके बाद भी पुलिस की टीम आरोपी की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी. पुलिस को खबर मिली कि श्यामू बर्मन पूना में अपना नाम बदल कर एक होटल में वेटर का काम कर रहा है. जिसपर पुलिस की टीम पूना पहुंच गई और स्थानीय पुलिस की मदद से श्यामू को होटल में दबिश देकर पकड़ लिया. यहां पर श्यामू ने अपना नाम अमित पटेल बताया था. पुलिस ने विधिवत कार्यवाही करते हुये जबलपुर लाकर केन्द्रीय जेल जबलपुर में निरूद्ध कराया गया है. आरोपी श्यामू बर्मन को पकडऩे में अधारताल टीआई राजकुमार खटीक, एसआई चंद्रकांत झा, एएसआई रामसनेह शर्मा, आरक्षक राजेश केवट, सायबर सेल के प्रधान आरक्षक अमित पटेल, आरक्षक अरविंद विश्वकर्मा, योगेश मिश्रा की सराहनीय भूमिका रही.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-