सक्ती. छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में तंत्र साधना के दौरान दो भाइयों की हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि बात नहीं मानने के कारण मां-बहनों और भाई ने पानी में जहर दे दिया. जब दोनों बेहोश हो गए तो उनका गला घोंट दिया. मामला बाराद्वार थाना क्षेत्र का है.
दरअसल, 2 दिन पहले तांदुलडीह गांव के एक मकान में पुलिस को तंत्र साधना की सूचना मिली थी. पुलिस पहुंची तो दोनों भाइयों के शव जमीन पर पड़े मिले थे. जबकि परिवार के अन्य लोग जोर-जोर से चिल्ला रहे थे. पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था. मरने वाले भाइयों का नाम विकास सिदार (25) और विक्की सिदार (22) है. आरोप है कि मां फिरतबाई सिदार, बहन अमरीका बाई सिदार, चंद्रिका बाई सिदार और भाई विशाल सिदार ने मिलकर उनकी हत्या की है. ये सभी लोग 7 दिन से उपवास कर साधना कर रहे थे.
दरअसल, अमरीका बाई सिदार 6 साल पहले उज्जैन गई थी. वहां से उमाकांत नाम के बाबा से दीक्षा लेकर आई. इसके बाद से परिवार में तंत्र विद्या और पूजा पाठ होने लगा था. ये दोनों भाइयों विकास सिदार और विक्की सिदार को पसंद नहीं था.
दोनों भाई इसका विरोध करते थे. 18 अक्टूबर को बंद कमरे में बाबा की तस्वीर लगाकर परिवार तंत्र साधना कर रहा था. इस दौरान विकास सिदार और विक्की सिदार ने फिर से विरोध किया. आरोप है कि इसी दौरान मां, दोनों बहनों और भाई ने उन्हें मारने की साजिश रची.
पूछताछ में जुर्म किया कबूल
पुलिस ने बताया कि, जब आरोपियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया तो वे बेहोशी की हालत में थे. डॉक्टरों ने अगले दिन उनके स्वास्थ्य में सुधार होने की बात कही तो पूछताछ शुरू की गई. शुक्रवार दोपहर तक सभी बड़बड़ाते रहे. शाम को जब से पूछताछ शुरू की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
आखिरी बार पूजा के नाम पर लिया झांसे में
आरोपियों ने बताया कि वह अपने गुरु उमाकांत की रोजाना पूजा करते थे, जिसको लेकर विवाद होता था. परिजनों में अंधविश्वास हावी था. दोनों युवकों को रास्ते से हटाने का निर्णय लिया. इसके बाद बहन अमेरिका ने बुधवार को विक्की और विक्रम से कहा कि वे आखिरी बार गुरु की पूजा करेंगे. इसमें उनका शामिल होना जरूरी है.
गला और नाक दबाकर हत्या
आरोपियों ने शुक्रवार को पूजा-पाठ का कार्यक्रम रखा. आखिरी बार पूजा की बात पर दोनों भाई भी उसमें शामिल होने की बात मान गए. दोनों गुरु का जाप करने लगे. इसी दौरान आरोपियों ने उनका गला-नाक दबाकर मार दिया. हत्या के बाद दोनों के शवों को बिस्तर पर लिटाकर ऊपर से कंबल ओढ़ा दिया.
भाइयों को जिंदा करने सत्संग और पूजा करने की ढोंग
इसके बाद आसपास कमरे में सफाई कर जय गुरुदेव, जय गुरुदेव के नारे लगाने लगे. पुलिस आई तो अमरीका बाई अपनी शक्ति से भाइयों को जिंदा करने सत्संग और पूजा करने की ढोंग करने लगी. पुलिस ने मौके से कीटनाशक, हवन सामग्री, पूजा सामग्री, पोछा कपड़ा, गीला बिस्तर और बाबा उमाकांत संबंधी साहित्य जब्त किया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-