नई दिल्ली. देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कैबिनेट ने आज कई महत्वपूर्ण फैसले किए है. जिसमें बिहार व आंध्र प्रदेश को सरकार ने फिर बड़ा तोफहा देते हुए हजारों करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट पर मुहर लगा दी है. यूपी के अयोध्या से सीतामढ़ी तक रेलवे लाइन बिछाने को भी मंजूरी दे दी है. नरकटियागंज रेल लाइन का दोहरीकरण होगा, आंध्र प्रदेश में भी 257 कि लोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाई जाएगी. खास बात ये है कि सारे प्रोजेक्ट चार साल के अंदर पूरे किए जाने हैं. यानी अगले लोकसभा चुनाव से पहले ये पूरे हो जाएंगे. छठ पूजा के लिए यूपी-बिहार जाने वालों के लिए भी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है.
कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्वी चंपारण व पश्चिमी चंपारण जिलों को बड़ा तोहफा दिया है. एक और परियोजना को केंद्र सरकार ने मंजूरी देते हुए अयोध्या से मां सीता के जन्मस्थान सीतामढ़ी तक करीब 257 किलोमीटर की रेल लाइन बिछाने का फैसला किया है. यह रेल लाइन नेपाल सीमा के आसपास होगी. इससे उत्तर बिहार मिथिलांचल पूर्वी चंपारण पश्चिमी चंपारण मुजफ्फरपुर जैसे शहर जुड़ेंगे बुद्ध सर्किट पूरा कर होगा. इसके अलावा ऐतिहासिक टूरिस्ट को फायदा होगा. 4553 करोड़ रुपये से यह प्रोजेक्ट पूरा होगा. इसके अलावा मिथिलांचल के नॉर्थ बिहार व नॉर्थ ईस्ट स्टेट को लेकर एक बड़े प्रोजेक्ट पर मुहर लगाई गई है. नरकटियागंज-रक्सौल-सीतामढ़ी दरभंगा मुजफ्फरपुर रेलवे लाइन के दोहरीकरण को मंजूरी दी गई है. यह रेलवे लाइन 256 किलोमीटर होगी. दोनों रेलवे प्रोजेक्ट 4 साल के अंदर पूरे कि ए जाएंगे. नॉर्थ बिहार के रेल प्रोजेक्ट में लगभग 40 पुल बनाए जाने हैं.
इन पांच शहरों को जोड़ेगी रेल लाइन-
केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश के अमरावती को बड़ा तोहफा दिया है. अमरावती से 57 किलोमीटर की रेलवे लाइन बिछाई जाएगी, जो 5 बड़े शहरों से उसे जोड़ेगी. इनमें विजयवाड़ा, चेन्नई, हैदराबाद शामिल हैं. आंध्र प्रदेश की कृष्णा नदी पर तीन किलोमीटर लंबा पुल बनेगा. इस योजना के तहत बहुत बड़ा मल्टी मॉडल लॉजिस्टिकल हब इस लाइन पर बनेगा. आंध्र प्रदेश के लिए यह बहुत बड़ी सौगात है.
अब छठ पर जाने की भी कोई टेंशन नहीं-
इसके अलावा सरकार ने दीपावली व छठ के लिए 07 हजार ट्रेन चलाने का फैसला लिया है. इससे दो लाख लोग रोजाना यात्रा कर पाएंगे, मोदी सरकार ने स्टार्टअप फॉर स्पेस के लिए 1000 करोड़ रुपए के वेंचर फंड की स्वीकृति दी है. कैबिनेट की बैठक में इस फंड के एलोकेशन को मंजूरी दी गई है. इस फंड से स्पेस सेक्टर में स्टार्टअप को मदद दी जाएगी.