अभिमनोज
बिहार के रमेश कुमार यादव का इलाज पटना के प्राइवेट हॉस्पिटल में हुआ था, लेकिन उसके बाद जो कुछ हुआ, उसने उनकी जिंदगी बदल दी.
खबर है कि.... इलाज के बाद रमेश कुमार यादव का आरोप था कि- वर्ष 2012 में वह नौकरी करने के लिए दुबई जाने वाले थे, इसकी तैयारी के दौरान उनके पेट में दर्द शुरू हुआ, तो वे पटना के प्राइवेट हॉस्पिटल में गए, जहां बताया गया कि- उनकी दोनों किडनी में स्टोन है, इसके बाद उनका ऑपरेशन किया गया.
खबरों की मानें तो.... इसके बाद लापरवाही के चलते उनकी परेशानी शुरू हुई और तीन बार ऑपरेशन हुए, पहले फरवरी 2012 में वह अस्पताल में भर्ती रहे, करीब एक लाख रुपए इलाज पर खर्च हुआ, लेकिन ऑपरेशन के कुछ दिनों के बाद फिर से पेट में दर्द शुरू हुआ, दोबारा जांच करवाई तो पता चला कि किडनी में दो पाइप रह गयी है, जिसके कारण दर्द हो रहा है, एक बार फिर फरवरी 2013 ऑपरेशन हुआ जिसकी 20000 रुपए फीस ली गई, हालांकि उसके बाद भी उनका दर्द कम नहीं हुआ, इसके बाद अल्ट्रासाउंड किया गया तो बताया गया कि एक पाइप और रह गया है, 70000 रुपए लेकर तीसरी बार भी ऑपरेशन हुआ.
खबरों पर भरोसा करें तो.... इस मामले में रमेश कुमार यादव की ओर से उपभोक्ता संरक्षण न्यायालय में कहा गया कि- अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही के कारण वह दुबई जाकर नौकरी नहीं कर पाए, जबकि.... सारी तैयारी हो गई थी, वीजा भी बन गया था, लेकिन वह नहीं जा सके.
उपभोक्ता संरक्षण न्यायालय ने पूरे मामले की जांच के लिए सिविल सर्जन की अध्यक्षता में एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया.
इस मामले में मरीज के साथ लापरवाही बरतने के आरोप में उपभोक्ता संरक्षण न्यायालय ने 40 लाख रुपए का अर्थदंड लगाया है!
कंज्यूमर कोर्ट: अस्पताल को क्यों देने होंगे मरीज को 40 लाख?
प्रेषित समय :21:20:28 PM / Sat, Nov 2nd, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर