मुम्बई. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर मुंबई के पास एक होटल में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब बहुजन विकास अघाड़ी के सदस्यों ने भाजपा नेता विनोद तावड़े पर पैसे बांटने का आरोप लगाया. बीवीए कार्यकर्ताओं के साथ वाकयुद्ध के बीच वरिष्ठ राजनेता ने खुद को होटल के अंदर तीन घंटे से अधिक समय तक अवरुद्ध पाया. हालांकि कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों ने भाजपा व विनोद तावड़े पर निशाना साधा था. विनोद तावड़े ने सभी आरोपों को खारिज किया था.
उस वक्त विनोद तावड़े ने कहा था कि चुनाव आयोग व पुलिस को जांच करने दीजिए. उन्हें सीसीटीवी फुटेज लेने दीजिए. मैं 40 साल से पार्टी में हूं. अप्पा ठाकुर और क्षितिज मुझे जानते हैं, पूरी पार्टी मुझे जानती है. फिर भी मेरा मानना है कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए. एक बार फिर से उन्होंने स्वयं को बेकसुर बताते हुए विपक्षी दलों पर वार किया है. तावड़े ने कहा कि 19 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खडग़े, कांग्रेस नेता राहुल गांधी व पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि विनोद तावड़े को मतदाताओं को 5 करोड़ रुपये बांटने और सभी तरह के नाटकीय बयान के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया था. भाजपा नेता ने दावा किया कि वे सिर्फ मुझे और मेरी पार्टी को बदनाम करना चाहते थे.
मुझे गंभीर चोट लगी है. मैं एक नियमित मध्यम वर्गीय परिवार से आता हूं. पिछले 40 वर्षों से मैं राजनीति में हूं लेकिन मैंने कभी ऐसा कुछ नहीं किया. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस नेता मुझे, पार्टी और मेरे नेताओं को बदनाम करना चाहते थे. इसलिए उन्होंने जानबूझकर मीडिया और लोगों से यह झूठ बोला. तब मैंने उन्हें अदालत का नोटिस जारी किया है कि वे सार्वजनिक रूप से माफी मांगें या कार्रवाई का सामना करें. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र की जनता जवाब देगी. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष करते हुए प्रश्न किया कि ये पांच करोड़ रुपये किसके सेफ से निकला है. जनता का पैसा लूटकर किसने टेम्पो में भेजा है. कांग्रेस व विपक्षी दलों का आरोप है कि तावड़े महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की पूर्वसंध्या पर मतदाताओं को पैसे बांट रहे थे और उनका यह कृत्य वीडियो में कैद हो गया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-