बीएसएनएल के वायरलेस ग्राहकों की संख्या सितंबर में 8.49 लाख बढ़ी

बीएसएनएल के वायरलेस ग्राहकों की संख्या सितंबर में 8.49 लाख बढ़ी

प्रेषित समय :10:14:41 AM / Sat, Nov 23rd, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. निजी दूरसंचार कंपनियों- रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) ने सितंबर में संयुक्त रूप से एक करोड़ से अधिक मोबाइल ग्राहक खो दिए, जबकि सरकारी स्वामित्व वाली भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने लगभग 8.5 लाख मोबाइल उपयोगकर्ता जोड़े. भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा जारी मासिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है. रिलायंस जियो ने पिछले महीने की तुलना में सितंबर में 79.69 लाख मोबाइल ग्राहक खो दिए, भारती एयरटेल ने 14.34 लाख ग्राहक और वोडाफोन आइडिया ने 15.53 लाख ग्राहक खोये.बीएसएनएल के वायरलेस ग्राहकों की संख्या सितंबर में मासिक आधार पर 8.49 लाख बढ़ गई.

सितंबर में रिलायंस जियो के वायरलेस ग्राहकों की संख्या 46.37 करोड़, भारती एयरटेल के ग्राहकों की संख्या 38.34 करोड़ तो वोडाफोन आइडिया के वायरलेस ग्राहकों की संख्या 21.24 करोड़ दर्ज की गई. इस दौरान बीएसएनएल के ग्राहकों की संख्या 9.18 करोड़ हो गई. इससे पहले जुलाई में तीनों निजी कंपनियों ने मोबाइल दरों में 10-27 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी. हालांकि, बीएसएनएल ने अपने बड़े प्रतिद्वंद्वियों के नक्शेकदम पर चलने से परहेज किया. इसके चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) रॉबर्ट रवि ने हाल ही में निकट भविष्य में शुल्क में वृद्धि से इनकार किया. रवि ने अक्टूबर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि हम निकट भविष्य में अपने शुल्क (टैरिफ) में वृद्धि नहीं करने जा रहे हैं.’’ दरअसल, बीएसएनएल सक्रिय रूप से ग्राहकों को लुभाने और बाजार हिस्सेदारी वापस पाने की कोशिश कर रही है. कंपनी ने हाल ही में ‘स्पैम ब्लॉकर्स’ से लेकर स्वचालित सिम ‘कियोस्क’ और ‘डायरेक्ट-टू-डिवाइस’ सेवाओं तक कई नई पेशकश और पहल शुरू की हैं.

ट्राई के ग्राहक आंकड़ों के अनुसार, ओडिशा को छोड़कर बाकी सभी सर्विस क्षेत्रों में सितंबर, 2024 के दौरान वायरलेस ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई. ट्राई ने कहा, ‘‘अगस्त, 2024 में 1,219 संचालकों की तुलना में सितंबर, 2024 में 1,167 संचालकों से मिली जानकारी के अनुसार, कुल ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या अगस्त, 2024 के अंत में 94.92 करोड़ से घटकर सितंबर, 2024 के अंत में 94.44 करोड़ रह गई. इसमें मासिक गिरावट दर 0.51 प्रतिशत रही.’’

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-