आज का दिन-रविवार, 24 नवंबर 2024, ज्ञात-अज्ञात पापों का नाश करती है उत्पन्ना एकादशी!

आज का दिन-रविवार, 24 नवंबर 2024, उत्पन्ना एकादशी!

प्रेषित समय :19:15:51 PM / Sat, Nov 23rd, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 8875863494)
* उत्पन्ना एकादशी - मंगलवार, 26 नवम्बर 2024
* पारण का समय - 01:08 पीएम से 03:13 पीएम, 27 नवम्बर 2024
* पारण के दिन हरिवासर समाप्त होने का समय - 10:26 एएम
* एकादशी तिथि प्रारम्भ - 26 नवम्बर 2024 को 01:01 ए एम बजे
* एकादशी तिथि समाप्त - 27 नवम्बर 2024 को 03:47 एएम बजे

* उत्पन्ना एकादशी व्रत के प्रभाव से श्रद्धालु को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
* इस दिन देवी एकादशी का जन्म हुआ था, इसीलिए धर्मग्रथों के अनुसार उत्पन्ना एकादशी व्रत में भगवान श्रीविष्णु समेत देवी एकादशी की पूजा का भी विधान है. 
* उत्पन्ना एकादशी के दिन प्रात:काल उठकर व्रत का संकल्प ले कर पवित्र स्नान करना चाहिए.
* इसके पश्चात धूप, दीप, नैवेद्य आदि सामग्री से भगवान श्रीविष्णु का पूजन और रात को दीपदान करना चाहिए. 
* उत्पन्ना एकादशी की रात भगवान का भजन-कीर्तन-जागरण करना चाहिए. 
* अगले दिन प्रात:काल भगवान श्रीविष्णु की पूजा कर दान-पुण्य करके पारण करना चाहिए.
* इस एकादशी का व्रत-पूजन करने से समस्त तीर्थों का शुभ फल भगवान श्रीविष्णु के धाम की प्राप्ति होती है. 
* उत्पन्ना एकादशी व्रत रखने से श्रद्धालु के सभी ज्ञात/अज्ञात पापों का नाश होता है.
॥ एकादशी माता की आरती ॥
ॐ जय एकादशी, जय एकादशी,जय एकादशी माता.
विष्णु पूजा व्रत को धारण कर,शक्ति मुक्ति पाता॥
ॐ जय एकादशी...॥
तेरे नाम गिनाऊं देवी,भक्ति प्रदान करनी.
गण गौरव की देनी माता,शास्त्रों में वरनी॥
ॐ जय एकादशी...॥
मार्गशीर्ष के कृष्णपक्ष की उत्पन्ना,विश्वतारनी जन्मी.
शुक्ल पक्ष में हुई मोक्षदा,मुक्तिदाता बन आई॥
ॐ जय एकादशी...॥
पौष के कृष्णपक्ष की,सफला नामक है.
शुक्लपक्ष में होय पुत्रदा,आनन्द अधिक रहै॥
ॐ जय एकादशी...॥
नाम षटतिला माघ मास में,कृष्णपक्ष आवै.
शुक्लपक्ष में जया, कहावै,विजय सदा पावै॥
ॐ जय एकादशी...॥
विजया फागुन कृष्णपक्ष मेंशुक्ला आमलकी.
पापमोचनी कृष्ण पक्ष में,चैत्र महाबलि की॥
ॐ जय एकादशी...॥
चैत्र शुक्ल में नाम कामदा,धन देने वाली.
नाम बरुथिनी कृष्णपक्ष में,वैसाख माह वाली॥
ॐ जय एकादशी...॥
शुक्ल पक्ष में होयमोहिनी अपरा ज्येष्ठ कृष्णपक्षी.
नाम निर्जला सब सुख करनी,शुक्लपक्ष रखी॥
ॐ जय एकादशी...॥
योगिनी नाम आषाढ में जानों,कृष्णपक्ष करनी.
देवशयनी नाम कहायो,शुक्लपक्ष धरनी॥
ॐ जय एकादशी...॥
कामिका श्रावण मास में आवै,कृष्णपक्ष कहिए.
श्रावण शुक्ला होयपवित्रा आनन्द से रहिए॥
ॐ जय एकादशी...॥
अजा भाद्रपद कृष्णपक्ष की,परिवर्तिनी शुक्ला.
इन्द्रा आश्चिन कृष्णपक्ष में,व्रत से भवसागर निकला॥
ॐ जय एकादशी...॥
पापांकुशा है शुक्ल पक्ष में,आप हरनहारी.
रमा मास कार्तिक में आवै,सुखदायक भारी॥
ॐ जय एकादशी...॥
देवोत्थानी शुक्लपक्ष की,दुखनाशक मैया.
पावन मास में करूंविनती पार करो नैया॥
ॐ जय एकादशी...॥
परमा कृष्णपक्ष में होती,जन मंगल करनी.
शुक्ल मास में होयपद्मिनी दुख दारिद्र हरनी॥
ॐ जय एकादशी...॥
जो कोई आरती एकादशी की,भक्ति सहित गावै.
जन गुरदिता स्वर्ग का वासा,निश्चय वह पावै॥
ॐ जय एकादशी...॥
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग : 24 नवम्बर 2024
* शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081
* अमान्त महीना कार्तिक, पूर्णिमान्त महीना मार्गशीर्ष
* वार रविवार, पक्ष कृष्ण, तिथि नवमी - 10:19 पीएम तक, नक्षत्र पूर्वाफाल्गुनी - 10:16 पीएम तक, योग वैधृति - 12:18 पीएम तक, करण तैतिल - 09:05 एएम तक, द्वितीय करण गर - 10:19 पीएम तक
* सूर्य राशि वृश्चिक, चन्द्र राशि सिंह - 05:02 एएम, 25 नवम्बर 22024 तक
* राहुकाल 04:00 पीएम से 05:18 पीएम
शुभ मुहूर्त  24 नवम्बर 2024
* ब्रह्म मुहूर्त 05:02 एएम से 05:56 एएम

* प्रातः सन्ध्या 05:29 एएम से 06:50 एएम
* अभिजित मुहूर्त 11:43 एएम से 12:25 पीएम
* विजय मुहूर्त 01:49 पीएम से 02:31 पीएम
* गोधूलि मुहूर्त 05:15 पीएम से 05:43 पीएम
* सायाह्न सन्ध्या 05:18 पीएम से 06:39 पीएम
* अमृत काल 03:07 पीएम से 04:55 पीएम
* निशिता मुहूर्त 11:37 पीएम से 12:32 एएम, 25 नवम्बर 2024
* सर्वार्थ सिद्धि योग 10:16 पीएम से 06:51 एएम, 25 नवम्बर 2024
रविवार चौघड़िया 24 नवम्बर 2024
* दिन का चौघड़िया
उद्वेग - 06:50 से 08:08
चर - 08:08 से 09:27
लाभ - 09:27 से 10:46
अमृत - 10:46 से 12:04
काल - 12:04 से 01:23
शुभ - 01:23 से 02:41
रोग - 02:41 से 04:00
उद्वेग - 04:00 से 05:18
* रात्रि का चौघड़िया
शुभ - 05:18 से 07:00
अमृत - 07:00 से 08:41
चर - 08:41 से 10:23
रोग - 10:23 से 12:04
काल - 12:04 से 01:46
लाभ - 01:46 से 03:28
उद्वेग - 03:28 से 05:09
शुभ - 05:09 से 06:51 
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)

राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण होंगे. व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा. वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है. आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी. निवेश शुभ रहेगा. नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा. आय में वृद्धि होगी. समय की अनुकूलता मिलेगी. आलस्य हावी रहेगा. घर में सुख-शांति रहेगी. लाभ होगा.

वृष राशि:- (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

भूमि व भवन की खरीद-फरोख्त लाभदायक रहेगी. उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे. कुसंगति से बचें. कारोबार में वृद्धि होगी. निवेशादि शुभ रहेंगे. रोजगार में वृद्धि होगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. किसी बड़े काम में हाथ डाल पाएंगे.

मिथुन:- (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)

रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे. किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा. प्रसन्नता तथा मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे. कारोबार लाभदायक रहेगा. भाइयों से सहयोग मिलेगा. कुसंगति से हानि होगी. नौकरी में प्रशंसा प्राप्त होगी. जल्दबाजी न करें. जोखिम व जमानत के कार्य बि‍लकुल न करें.

कर्क:- (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

बुरी खबर प्राप्त हो सकती है. मेहनत अधिक होगी. लाभ के अवसर टलेंगे. समय पर बाहर से धन नहीं मिलने से निराशा रहेगी. हल्की हंसी-मजाक करने से बचें. नौकरी में अधिकारी अधिक की अपेक्षा करेंगे. मातहतों का साथ नहीं मिलेगा. थकान रहेगी. व्यवसाय-व्यापार से मनोनुकूल लाभ होगा.

सिंह राशि:- (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. घर-बाहर पूछ-परख रहेगी. व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा. धन प्राप्ति सु्गम होगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. नौकरी में सभी काम समय पर होने से प्रशंसा प्राप्त होगी. समय की अनुकूलता का लाभ लें. पारिवारिक चिंताओं में कमी होगी. प्रमाद न करें.

कन्या राशि:- (ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

पुराने साथियों तथा रिश्तेदारों से मुलाकात सुखद रहेगी. अच्‍छे समाचार प्राप्त होंगे. मान बढ़ेगा. किसी नए उपक्रम को प्रारंभ करने पर विचार होगा. लंबी यात्रा की इच्छा रहेगी. व्यापार-व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. जल्दबाजी न करें.

तुला राशि:- (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा. परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी. यात्रा मनोनुकूल लाभ देगी. नए काम मिल सकते हैं. कार्य से संतुष्टि रहेगी. प्रसन्नता तथा उत्साह का वातावरण बनेगा. कारोबार लाभदायक रहेगा. निवेश व नौकरी मनोनुकूल लाभ देंगे. जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें. प्रमाद से बचें.

वृश्चिक राशि:- (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

फालतू खर्च होगा. शत्रुओं से सावधानी आवश्यक है. स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा. कोई भी निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें. वाणी पर नियंत्रण रखें. काम में मन नहीं लगेगा. व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा. आय में निश्चितता रहेगी. परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी. इच्‍छाशक्ति प्रबल करें.

धनु राशि:- (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)

डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है. यात्रा मनोनुकूल रहेगी. नए काम हाथ में आएंगे. कारोबारी वृद्धि से प्रसन्नता रहेगी. समय की अनुकूलता का लाभ लें. मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. अज्ञात भय रहेगा. पारिवारिक सहयोग से प्रसन्नता रहेगी. जल्दबाजी न करें.

मकर राशि:- (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)

योजना फलीभूत होगी. कार्यपद्धति में सुधार होगा. कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी. मेहनत सफल रहेगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. मान-सम्मान मिलेगा. कारोबार मनोनुकूल लाभ देगा. शेयर मार्केट में जल्दबाजी से बचें. विवेक का प्रयोग करें. भाग्य का साथ मिलेगा. वरिष्ठ व्यक्तियों का मार्गदर्शन मिलेगा.

कुम्भ राशि:- (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

अध्यात्म में रुचि रहेगी. किसी धार्मिक आयोजन में भाग लेने का मौका हाथ आएगा. सुख-शांति बने रहेंगे. कारोबार मनोनुकूल चलेगा. मित्रों का सहयोग लाभ में वृद्धि करेगा. लंबित कार्य पूर्ण होंगे. निवेश शुभ रहेगा. प्रसन्नता का वातावरण रहेगा. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. प्रमाद न करें.

मीन राशि:- (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
अज्ञात भय रहेगा. अनहोनी की आशंका रहेगी. वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में सावधानी रखें. वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें. किसी भी व्यक्ति के उकसाने में न आएं. कारोबार से लाभ होगा. निवेश में जल्दबाजी न करें. आय बनी रहेगी. थकान व कमजोरी रह सकती है.
 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

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