तेल अवीव. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच सीजफायर से जुड़ी डील कराने में कामयाब रहे हैं. इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने मंगलवार देर रात युद्धविराम को मंजूरी दी. इस डील के बाद इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच लगभग 14 महीनों से चल रही लड़ाई खत्म हो जाएगी.
राष्ट्रीय सुरक्षा कैबिनेट ने इसे 10-1 के मतदान से मंजूरी दी. इसके कुछ मिनट बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने घोषणा की कि युद्धविराम इजरायल और लेबनान के समय के अनुसार सुबह 4 बजे लागू हो जाएगा. भारतीय समय के मुताबिक 7:30 बजे यह सीजफायर लागू हो जाएगा. समझौते से जुड़ी डील अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है. कथित तौर पर यह 60-दिन का समय देता है, जिस दौरान इजरायल अपनी सेना को दक्षिणी लेबनान से वापस बुलाएगा. लेबनानी सेना लितानी नदी के दक्षिण में लगभग 5000 सैनिक तैनात करेगी.
कथित तौर पर सीजफायर डील के मुताबिक हिजबुल्लाह दक्षिणी लेबनान छोड़ देगा और इसके सैन्य बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया जाएगा. अमेरिका कथित तौर पर हिजबुल्लाह की ओर से युद्ध विराम का उल्लंघन करने पर जवाब देने से जुड़े अधिकार भी इजरायल को दे रहा है. इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, इजरायल इस प्रक्रिया में अमेरिका के सहयोग की सराहना करता है और अपनी सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखता है.
इजरायली कैबिनेट के युद्धविराम से जुड़ी मंजूरी देने से पहले इजरायल ने दक्षिणी बेरूत में हिजबुल्लाह के गढ़ में हमला किया. दो मिनट में 20 ठिकानों पर मंगलवार दोपहर में हवाई हमला किया गया. इजरायली रक्षा बलों ने कहा कि 24 वर्षों में यह पहली बार है कि उसके सैनिक लितानी नदी के एक हिस्से तक पहुंच गए हैं. 20 इमारतों पर हमले से पहले इजरायल ने लोगों को निकल जाने की चेतावनी दी.
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