- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 8302755688)
* स्कन्द षष्ठी - 6 दिसम्बर 2024, शुक्रवार
* शुक्ल षष्ठी प्रारम्भ - 12:07, 6 दिसम्बर 2024
* शुक्ल षष्ठी समाप्त - 11:05, 7 दिसम्बर 2024
* दक्षिण भारत में स्कन्द सुप्रसिद्ध देवता हैं, जिनकी पूजा से संपन्नता प्राप्त होती है.
* स्कन्द देव, भगवान भोलेनाथ और देवी पार्वती के पुत्र और भगवान श्रीगणेश के भाई हैं.
* दक्षिण भारत में भगवान स्कन्द को मुरुगन, कार्तिकेय, सुब्रह्मण्य आदि स्वरूपों में जाना जाता है.
* षष्ठी तिथि भगवान स्कन्द को समर्पित है.
* सूरसम्हाराम के बाद आने वाली अगली स्कन्द षष्ठी को सुब्रहमन्य षष्ठी पुकारते हैं.
* दक्षिण भारत में पलनी मुरुगन मन्दिर, स्वामीमलई मुरुगन मन्दिर, तिरुत्तनी मुरुगन मन्दिर, पज्हमुदिचोर्लाई मुरुगन मन्दिर, श्री सुब्रह्मण्य स्वामी देवस्थानम, तिरुप्परनकुंद्रम मुरुगन मन्दिर, मरुदमलै मुरुगन मन्दिर आदि प्रमुख एवं प्राचीन कार्तिकेय के मंदिर हैं.
* भगवान कार्तिकेय की पूजा स्कन्द षष्ठी के दिन की जाती है.
* कार्तिकेय के पूजन से रोग-दोष, दुःख-दारिद्र का निवारण होता है.
* धर्मग्रंथों के अनुसार नारद-नारायण संवाद के दौरान संतान प्राप्ति और संतान की पीड़ाओं का शमन करने के लिए इस व्रत का विधान बताया गया है.
* धर्मग्रंथों के अनुसार भगवान शिव के तेज से उत्पन्न बालक स्कन्द की छह कृतिकाओं ने स्तनपान करा कर रक्षा की थी. इनके छह मुख हैं और उन्हें कार्तिकेय नाम से पुकारा जाने लगा.
* भोलेनाथ और माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय की पूजा मुख्यत: दक्षिण भारत, खासतौर पर तमिलनाडु में होती है.
* भगवान कार्तिकेय के प्रमुख मंदिर तमिलनाडु में ही हैं.
* धर्मधारणा है कि... स्कंद षष्ठी की उपासना से च्यवन ऋषि को आंखों की ज्योति प्राप्त हुई... स्कंद षष्ठी के पाठ से प्रियव्रत का मृत शिशु जीवित हो गया.
* धर्मग्रंथों में उल्लेख है कि... स्कन्द की उत्पत्ति अमावस्या को अग्नि से हुई थी, वे चैत्र शुक्ल पक्ष की षष्ठी को प्रत्यक्ष हुए थे, देवों के द्वारा सेनानायक बनाये गये थे तथा तारकासुर का वध किया था, अत: उनकी पूजा, दीपों, वस्त्रों, अलंकरणों, आदि से की जाती है, साथ ही, स्कंद षष्ठी पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है.
* कार्तिकेय की स्थापना कर अखंड दीपक जलाए जाते हैं, विशेष कार्य की सिद्धि के लिए इस समय की गई पूजा-अर्चना विशेष फलदायी होती है!
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग : 6 दिसम्बर 2024
* विवाह पंचमी - शुक्रवार, 6 दिसम्बर 2024
* पंचमी तिथि प्रारम्भ - 5 दिसम्बर 2024 को 12:49 बजे
* पंचमी तिथि समाप्त - 6 दिसम्बर 2024 को 12:07 बजे
* शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081
* अमान्त महीना मार्गशीर्ष, पूर्णिमान्त महीना मार्गशीर्ष
* वार शुक्रवार, पक्ष शुक्ल, तिथि पंचमी - 12:07 तक, नक्षत्र श्रवण - 17:18 तक, योग ध्रुव - 10:43 तक, करण बालव - 12:07 तक, द्वितीय करण कौलव - 23:39 तक
* सूर्य राशि वृश्चिक, चन्द्र राशि मकर - 05:07, 7 दिसम्बर 2024 तक
* राहुकाल 10:59 से 12:18
* अभिजित मुहूर्त 11:57 से 12:39
शुक्रवार चौघड़िया- 6 दिसम्बर 2024
* दिन का चौघड़िया
चर - 07:02 से 08:21
लाभ - 08:21 से 09:40
अमृत - 09:40 से 10:59
काल - 10:59 से 12:18
शुभ - 12:18 से 13:37
रोग - 13:37 से 14:56
उद्वेग - 14:56 से 16:15
चर - 16:15 से 17:34
* रात्रि का चौघड़िया
रोग - 17:34 से 19:15
काल - 19:15 से 20:56
लाभ - 20:56 से 22:37
उद्वेग - 22:37 से 00:18
शुभ - 00:18 से 02:00
अमृत - 02:00 से 03:41
चर - 03:41 से 05:22
रोग - 05:22 से 07:03
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- आज नकारात्मक मानसिकता न अपनाएं. घर के सदस्यों के साथ गलतफहमी न हो इसका ध्यान रखें. नए कार्य करने के लिए आप प्रस्तुत होंगे. प्रतिस्पर्धियों पर विजय प्राप्त होगी. शरीर कष्ट संभावित है. धन वसूली होगी. निवेशादि से लाभ होगा. मन में कई विचार हावी होंगे. एक से अधिक कार्यों को हाथ में न लें. काम के प्रति अरुचि रहेगी. आवश्यकता से अधिक काम के कारण शारीरिक और मानसिक थकान का अनुभव होगा.
वृष राशि:- आज नौकरी और धंधे की रुकावटें रहेगी. काम करने वालों को आपसे जलन हो सकती है. आज शुभ समाचार मिलेंगे. मध्याह्न के बाद परिवार में झगडे़ का वातावरण रहेगा, इसलिए भ्रांति दूर कीजिए. अनावश्यक खर्च पर संयम बरतें. शारीरिक स्वास्थ्य बिगडे़गा. गणेशजी कह रहे हैं कि इस समय ध्यान, आध्यात्मिकता बढ़ाकर आंतरिक शक्ति और ऊर्जा बढ़ाये.
मिथुन राशि:- आज का दिन सम्बंधियों के साथ विवाद हो सकता है. मध्याह्न के बाद शारीरिक और मानसिक प्रसन्नता और स्वस्थता भी प्राप्त कर सकेंगे. धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी. रुकावटें दूर होंगी. मनमाफिक कार्य होंगे. नौकरी, परीक्षा, रोजगार, निवेश में लाभ होगा. स्वप्न साकार होंगे. आपके लिए अच्छा रहेगा और नौकरी में प्रमोशन के योग बन रहे हैं. आपको आज उच्च अधिकारियों से सहयोग मिलेगा.
कर्क राशि:- आज बातचीत करते समय भ्रांति न हो जाए इसका ध्यान रखें. आनंद-प्रमोद और मनोरंजन के पीछे धन खर्च होगा. मान-हानि होने की संभावना है. प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता होगी. निवेशादि से लाभ होगा. साक्षात्कार, परीक्षा में सफलता मिलेगी. ऑफिस एवं व्यवसाय क्षेत्र में परिस्थितियां अनुकूल रहेगी. किसी आवश्यक कार्य के लिए बाहर जाने का अवसर मिल सकता है.
सिंह राशि:- आज पार्टनर के लिए समय निकालें, लगातार बढ़ती दूरियां संबंध भी बिगाड़ सकती है. पार्टनर को आपकी जरूरत महसूस होगी. व्यवसाय या व्यापार में पदोन्नति होगी. उच्च अधिकारी तथा उपरी आप पर प्रसन्न रहेंगे. स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा. उगाही से आय बढे़गी. सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय रहेंगे और मान- सम्मान में वृद्धि होगी. मध्याह्न के बाद घर का वातावरण तनावपूर्ण रह सकता है.
कन्या राशि:- आज के दिन शरीर में उल्लास और थकान दोनों का अनुभव होगा. बिना किसी विघ्न के आपके कार्य संपन्न होंगे. फालतू चिंता से बचें. खर्च की स्थिति बन सकती है. मन में दबी कोई पुरानी बात आज आपको परेशान भी कर सकती है. ऐसी बातों को मन से निकालने की कोशिश करें जो आपको परेशान करती हैं. सब प्रकार से आपके लिए लाभदायी है. आप कोई परोपकार का कार्य करेंगे. व्यापार में उचित आयोजन के द्वारा व्यापार-वृद्धि होगी.
तुला राशि:- आज वाणी और व्यवहार को संयमित रखना आपके हित में है. आपको अचानक धन लाभ हो सकता है. आप में भौतिक या शारीरिक ऊर्जा ज्यादा रहेगी. गृहस्थी का मेहनत वाला काम आज आप निपटा सकते हैं. आप खुद तो मेहनत करेंगे ही, परिवार के लोगों को भी सक्रिय कर देंगे. शत्रुओं से संभलकर चलें.
वृश्चिक राशि:- आज उम्मीदें पूरी होंगी. पुराने कर्मों का अच्छा फल भी मिलेगा. अच्छे कामों पर ध्यान देंगे और उससे आपको खुशी भी मिल सकती है. कोई अन्य व्यक्ति आपके जीवन में आ सकता है. भाषा का ध्यान रखें, नहीं तो विवाद होगा. आज आपको धन लाभ होने की भी संभावना है.
धनु राशि:- आज के दिन शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. कार्यालय में सहयोगपूर्ण वातावरण रहेगा. मित्रों के साथ पर्यटन स्थल पर जाने का आयोजन होगा. मन में नए कामों की उमंग रहेंगी. अधिकारी वर्ग का सहयोग मिलेगा. व्यक्तिगत संबंधों में सुधार हो सकता है. यात्रा भी हो सकती है. सम्मान और यश भी बढ़ेगा और दांपत्य जीवन सुखमय होगा.
मकर राशि:- आज से रोजगार प्राप्ति संभव है. बौद्धिक कार्य सफल होंगे. व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा. अधूरे काम पूरे होंगे. प्रतिस्पर्धियों पर विजय प्राप्त होगा. आज का दिन आपके लिए आनंददायक होगा व परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा. आवश्यक कार्यों में धन खर्च होगा, फिर भी आर्थिक लाभ के लिए दिन अच्छा है.
कुम्भ राशि:- आज लाभ के अवसर हाथ आएंगे. निवेशादि लाभ देंगे. रोजगार प्राप्ति होगी. बौद्धिक कार्य सफल होंगे. शारीरिक रूप से कुछ अस्वस्थता का अनुभव होगा. परिवारजनों से किसी बात पर विवाद हो सकता है. धन-कीर्ति की हानि होगी. बौद्धिक चर्चा से दूर रहें. धन सम्बंधित आयोजन के लिए समय अनुकूल है. मध्याहन के बाद आप पर भावना हावी होगी. स्वास्थ्य का ख्याल रखें.
मीन राशि:- आज आप चोरी, चोट, दुर्घटना से हानि संभव है. व्यय बढ़ेगा. जोखिम न लें. व्यापार-व्यवसाय मंदा चलेगा. विरोध होगा. यात्रा सफल होगी. बंधु-स्वजनों से लाभ होगा. सम्बंधों में प्रेम और सम्मान की प्रधानता रहेगी. किसी भी प्रकार की निर्णयात्मक स्थिति पर नहीं पहुंच पाएंगे इसलिए नए कार्य प्रारंभ न करें. आज मौन रहें तो ही बुद्धिमानी है.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.