- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 8302755688)
* मासिक दुर्गाष्टमी - 8 दिसम्बर 2024, रविवार
* अष्टमी प्रारम्भ - 09:44, 8 दिसम्बर 2024
* अष्टमी समाप्त - 08:02, 9 दिसम्बर 2024
देवीभक्तों के लिए प्रति माह की त्रिपुराष्टमी, दुर्गाष्टमी का बड़ा ही महत्व है. हर माह में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर त्रिपुराष्टमी, दुर्गाष्टमी व्रत-पूजा की जाती है. यह मासिक त्रिपुराष्टमी, दुर्गाष्टमी कहलाती है. इस दौरान देवीभक्त मातारानी की पूजा करते हैं और पूरे दिन का व्रत रखते हैं. प्रमुख त्रिपुराष्टमी, दुर्गाष्टमी, जो महाष्टमी कहलाती है, आश्विन माह में नौ दिवसीय शारदीय नवरात्रि उत्सव के दौरान आती है.
त्रिपुराष्टमी पर देवी त्रिपुरा सुंदरी का मन्त्रों से विधिपूर्वक पूजन किया जाता है, मातारानी को प्रसन्न करने के लिए हवन होता है तथा उबाले हुए चने, हलवा-पूरी, खीर आदि का भोग लगाया जाता है. विविध शक्तिपीठों में इस दिन बड़ा उत्सव होता है.
त्रिपुराष्टमी, दुर्गाष्टमी पर मातारानी के भक्त उनके दुर्गा-काली-भवानी-जगदम्बा-नवदुर्गा-आदि विविध स्वरूपों की पूजा-अर्चना करते हैं. मातारानी को शुद्ध जल से पवित्र स्नान करवाकर वस्त्राभूषणों से शृंगार किया जाता है. तत्पश्चात विधिविधान से पूजा की जाती है. हवन की अग्नि प्रज्ज्वलित कर धूप, कपूर, घी, गुग्गुल और हवन सामग्री की आहुतियां दी जाती हैं. देवी आराधना से व्यक्ति को मानसिक शांति के साथ-साथ आध्यात्मिक शक्ति भी प्राप्त होती है जो देवी भक्त की सदैव रक्षा करती है...
पूजा के बाद आरती अवश्य करें-
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी,
तुम को निस दिन ध्यावत,
मैयाजी को निस दिन ध्यावत
हरि-ब्रह्मा-शिवजी,
..जय अम्बे गौरी..
मांग सिन्दूर विराजत टीको मृग मद को,
मैया टीको मृगमद को,
उज्ज्वल से दो नैना चन्द्रवदन नीको,
..जय अम्बे गौरी..
कनक समान कलेवर रक्ताम्बर साजे,
मैया रक्ताम्बर साजे,
रक्त पुष्प गले माला कण्ठ हार साजे,
..जय अम्बे गौरी..
केहरि वाहन राजत खड्ग कृपाण धारी,
मैया खड्ग कृपाण धारी,
सुर नर मुनि जन सेवत तिनके दुख हारी,
..जय अम्बे गौरी..
कानन कुण्डल शोभित नासाग्रे मोती,
मैया नासाग्रे मोती
कोटिक चन्द्र दिवाकर,
सम राजत ज्योति,
..जय अम्बे गौरी..
शम्भु निशम्भु बिडारे महिषासुर घाती,
मैया महिषासुर घाती
धूम्र विलोचन नैना
निशदिन मदमाती,
..जय अम्बे गौरी..
चण्ड मुण्ड शोणित बीज हरे,
मैया शोणित बीज हरे,
मधु कैटभ दोउ मारे सुर भयहीन करे,
..जय अम्बे गौरी..
ब्रह्माणी रुद्राणी तुम कमला रानी,
मैया तुम कमला रानी
आगम निगम बखानी तुम शिव पटरानी,
..जय अम्बे गौरी..
चौंसठ योगिन गावत नृत्य करत भैरों,
मैया नृत्य करत भैरों,
बाजत ताल मृदंग और बाजत डमरू,
..जय अम्बे गौरी..
तुम हो जग की माता तुम ही हो भर्ता,
मैया तुम ही हो भर्ता,
भक्तन की दुख हर्ता सुख सम्पति कर्ता,
..जय अम्बे गौरी..
भुजा चार अति शोभित वर मुद्रा धारी,
मैया वर मुद्रा धारी,
मन वाँछित फल पावत देवता नर-नारी,
..जय अम्बे गौरी..
कंचन थाल विराजत अगर कपूर बाती,
मैया अगर कपूर बाती,
माल केतु में राजत कोटि रतन ज्योती,
..जय अम्बे गौरी..
माँ अम्बे की आरती जो कोई नर गावे,
मैया जो कोई नर गावे,
कहत शिवानन्द स्वामी सुख सम्पति पावे,
..जय अम्बे गौरी..
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग : 8 दिसम्बर 2024
* शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081
* अमान्त महीना मार्गशीर्ष, पूर्णिमान्त महीना मार्गशीर्ष
* वार रविवार, पक्ष शुक्ल, तिथि सप्तमी - 09:44 तक, नक्षत्र शतभिषा - 16:03 तक, योग वज्र - 03:54, (9 दिसम्बर 2024) तक, करण वणिज - 09:44 तक, द्वितीय करण विष्टि - 20:55 तक
* सूर्य राशि वृश्चिक, चन्द्र राशि कुम्भ
* राहुकाल 16:15 से 17:34
* अभिजित मुहूर्त 11:58 से 12:40
रविवार चौघड़िया- 8 दिसम्बर 2024
* दिन का चौघड़िया
उद्वेग - 07:04 से 08:23
चर - 08:23 से 09:41
लाभ - 09:41 से 11:00
अमृत - 11:00 से 12:19
काल - 12:19 से 13:38
शुभ - 13:38 से 14:56
रोग - 14:56 से 16:15
उद्वेग - 16:15 से 17:34
* रात्रि का चौघड़िया
शुभ - 17:34 से 19:15
अमृत - 19:15 से 20:57
चर - 20:57 से 22:38
रोग - 22:38 से 00:19
काल - 00:19 से 02:01
लाभ - 02:01 से 03:42
उद्वेग - 03:42 से 05:23
शुभ - 05:23 से 07:05
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- मित्रों व संबंधियों की सहायता कर पाएंगे .कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन हो सकता है. योजना फलीभूत होगी किंतु तत्काल लाभ नहीं मिलेगा. घर-बाहर पूछ-परख रहेगी. ईष्यालु व्यक्तियों से बचें. शेयर मार्केट व म्यूचुअल फंड से लाभ होगा. लाभ के अवसर हाथ आएंगे.
वृष राशि:- यात्रा लाभदायक रहेगी. डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है. धन प्राप्ति सुगम होगी. नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा. व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेंगे. आशंका-कुशंका रहेगी. घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी. थकान व कमजोरी रह सकती है. जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें. लंबे प्रवास की योजना बन सकती है.
मिथुन राशि:- भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी. उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी. आत्मसम्मान बना रहेगा. कोई बड़ा कार्य व लंबे प्रवास का मन बनेगा. क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें. विवेक का प्रयोग लाभ में वृद्धि करेगा .व्यापार - व्यवसाय से आय बढ़ेगी. जल्दबाजी न करें.
कर्क राशि:- यात्रा लाभप्रद रहेगी. रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे. भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी. व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा. निवेश शुभ रहेगा. पार्टनरों से सहयोग प्राप्त होगा. घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा. भाग्य का साथ मिलेगा. झंझटों से दूर रहें.
सिंह राशि:- मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलेगा. कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी. पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा. मित्रों व संबंधियों की सहायता कर पाएंगे. मान-सम्मान मिलेगा. कारोबार से लाभ वृद्धि होगी. नौकरी में अधिकारी वर्ग प्रसन्न रहेगा. पति-पत्नी के संबंधों में मधुरता बढ़ेगी. धनागम होगा.
कन्या राशि:- व्यवसाय लाभदायक रहेगा. आय में निश्चितता रहेगी. विवाद न करें. आर्थिक परेशानी आ सकती है. फालतू खर्च होगा. समय पर व्यवस्था नहीं होगी. आशा-निराशा के भाव रहेंगे. विचारों में स्पष्टता नहीं होने से समस्या बढ़ सकती है. जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें.
तुला राशि:- नए संबंध बनाने के पहले विचार कर लें. नौकरी में समस्याएं आ सकती हैं. कार्यभार रहेगा. वाणी पर नियंत्रण रखें. स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा. लेन-देन में सावधानी आवश्यक है. कारोबार में लाभ होगा. आय बनी रहेगी. कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें.
वृश्चिक राशि:- पति-पत्नी में संबंध मधुर होंगे. राजकीय सहयोग प्राप्त होगा. धन प्राप्ति सुगम होगी. रुके कार्यों में गति आएगी. छोटे भाइयों व मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा. किसी के झगड़ों में न पड़ें. विवाद से क्लेश संभव है. व्यापारियों को खुशखबर मिल सकती है. निवेश लाभप्रद रहेगा.
धनु राशि:- स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. चोट व दुर्घटना से हानि संभव है. यात्रा यथासंभव टालें. दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें. शत्रु सक्रिय रहेंगे. किसी छोटी सी बात पर विवाद हो सकता है. व्यापार, नौकरी व निवेश आदि मनोनुकूल रहेंगे. लाभ होगा.
मकर राशि:- विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा. शैक्षणिक व शोध कार्य मनोनुकूल रहेंगे. पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त हो सकता है. किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा. जल्दबाजी में कोई कार्य न करें. थकान रह सकती है. व्यापार लाभदायक रहेगा. नौकरी में कोई नया कार्य कर पाएंगे. निवेश शुभ रहेगा.
कुम्भ राशि:- किसी तीर्थस्थान के दर्शन हो सकते हैं. अध्यात्म में रुचि रहेगी. कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी. कारोबारियों को लाभ के अवसर बढ़ेंगे. कीमती वस्तुएं संभालकर रखें. मेहनत अधिक होने से स्वास्थ्य कमजोर हो सकता है. किसी साधु-संत का आशीष मिल सकता है.
मीन राशि:- भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होकर स्थिति अनुकूल होगी. स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे हो सकते हैं. प्रसन्नता व संतुष्टि रहेंगे. परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी. नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे. जोखिम उठाने व जल्दबाजी करने से बचें. धनार्जन होगा.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.