पलपल संवाददाता, दमोह. एमपी के दमोह स्थित पीजी कालेज आज उस वक्त हड़कम्प मच गया. जब एलएलबी थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा देने आए मुन्नाभाई को पकड़ लिया गया. वह अपने दोस्त के नाम पर परीक्षा देने के लिए आया था. सर्चिंग के दौरान कालेज प्रबंधन को संदेह हुआ तो पूछताछ की गई, जिसके चलते उसने अपना व पिता का नाम प्रवेश पत्र देखकर बताया, जैसे ही मां का नाम पूछा गया तो वह नहीं बता पाया. सख्ती से पूछताछ करने पर उसने सबकुछ बता दिया.
बताया गया है कि पीजी कालेज में एलएलबी थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा चल रही थी. इस दौरान कॉलेज में सर्चिंग ड्यूटी कर रहे धर्मेंद्र राय ने बताया कि वह बाजू वाले कमरे में सर्चिंग कर रहे थे. तभी दूसरे कमरे से एक प्रोफेसर हरप्रीत कौर ने आवाज लगाकर बताया कि एक छात्र संदिग्ध लग रहा है. पहले पूछताछ करने पर उसने खुद को विपुल सिंघई बताया. प्रवेश पत्र में देखकर पिता का नाम भी सही बताया.
कालेज प्रबंधन को पूछताछ में फर्जी छात्र हिमांशु नेमा ने बताया कि उसका दोस्त विपुल सिंघई एलएलबी में 3 साल से फेल हो रहा है. उसकी अंग्रेजी कमजोर है और मेरी अंग्रेजी बहुत अच्छी है इसलिए मैं उसके बदले यहां पर अंग्रेजी का पेपर हल करने के लिए आया था. परीक्षा केन्द्र अध्यक्ष ने फर्जी छात्र को पुलिस के हवाले कर कोतवाली थाना पहुंचकर शिकायत की है. पुलिस ने उस दूसरे छात्र को भी पकड़ा है.
जिसके नाम पर यह फर्जी छात्र परीक्षा दे रहा था. केंद्र अध्यक्ष पहले गढ़ाकोटा में रह चुकी हैं और विपुल सिंघई को कुछ हद तक जानती थी. इसलिए उन्हें शक हुआ. जब उन्होंने उससे विपुल की मां का नाम पूछा तो वह नहीं बता पाया. जब उसे पुलिस में देने की धमकी दी तो डर के मारे उसने सब कुछ सच बता दिया. उसने बताया कि उसका नाम हिमांशु नेमा है और वो विपुल के नाम पर एग्जाम दे रहा है. कॉलेज प्रबंधन से जुड़े धर्मेंद्र राय ने बताया कि असली छात्र को भी पुलिस ने पकड़ लिया है और दोनों को कोतवाली में ले जाया गया है. कॉलेज प्रबंधन के आवेदन पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-