पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में स्थित रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलगुरु के खिलाफ आज एक बार फिर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. विश्वविद्यालय पहुंचे छात्रों ने पहले तो रानी दुर्गावती की प्रतिमा का नर्मदा, गंगाजल व दूध से शुद्धिकरण किया. फिर कुलगुरु के चेम्बर में घुसने की कोशिश की, जिन्हें गेट लगाकर रोका दिया गया. छात्रों ने आरोप लगाया कि डॉ. राजेश कुमार वर्मा कुलगुरु की कुर्सी पर बैठने के काबिल नहीं है. जब तक राज्य सरकार अयोग्य कुलगुरु को नहीं हटाती है तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
एनएसयूआई के पदाधिकारी व कार्यकर्ता एकत्र होकर सबसे पहले विश्वविद्यालय के गार्डन में पहुंचे. यहां पर उन्होने रानी दुर्गावती की प्रतिमा का गंगाजल,नर्मदा जल व दूध से शुद्धिकरण किया फिर फूल बरसाए. इसके बाद कार्यकर्ता कुलगुरु के केबिन में जाने के लिए आगे बढ़े तो गेट बंद कर रोक दिया गया. करीब 20 मिनट तक छात्रों ने गेट में प्रदर्शन के सामने प्रदर्शन किया. फिर गेट पर ही गंगाजल, नर्मदाजल से शुद्धिकरण किया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने आरोप लगाए कि कुलगुरु डॉ राजेश कुमार वर्मा की डिग्री फर्जी है, वे सरकार के रहमो-करम से रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर की कुर्सी पर बैठे हुए हैं. एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष सचिन रजक का कहना है कि रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलगुरु की उपस्थिति में भ्रष्टाचार व रिजल्ट में गिरावट आ रही है. अब तो विश्वविद्यालय की एक महिला टीचर ने उन पर अभद्र व्यवहार व गलत इशारे करने का आरोप लगाया है.
महिला ने मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरे से जांच कराने की सरकार से मांग की थी, लेकिन उस और कोई ध्यान नहीं दिया गया. जिससे समझ में आता है कि कुलगुरु राजेश कुमार वर्मा को संरक्षण प्राप्त है. दोपहर के वक्ते एनएसयूआई ने कुलगुरु के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर उनसे इस्तीफे की मांग की. इस दौरान पुलिस बल भी मौजूद रही. सिविल लाइन थाने में पदस्थ एसआई सुमित मिश्रा ने बताया कि करीब 15 से 20 मिनट तक एनएसयूआई ने प्रदर्शन किया जो कि शांतिपूर्ण ढंग से रहा. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने विधानसभा में कुलगुरू राजेश कुमार वर्मा की नियुक्ति को लेकर प्रश्न उठाया.
उन्होंने पूछा कि क्या उच्च शिक्षा मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि डॉ राजेश कुमार वर्मा, प्राध्यापक वाणिज्य (वर्तमान में कुलपति रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर) की उच्च शिक्षा विभाग में प्राध्यापक के पद पर प्रथम नियुक्ति के समय प्रस्तुत योग्यता संबंधी अभिलेख, जाति, आय, अनुभव प्रमाण पत्र इत्यादि सभी अभिलेख बताए. उन्होंने पूछा कि राजेश कुमार वर्मा प्राध्यापक की नियुक्ति के संबंध में कोई शिकायत इत्यादि विभाग को प्राप्त हुई हो तो उसकी प्रति एवं उसमें की गई कार्यवाही के अभिलेख बताए. कांग्रेस विधायक के प्रश्न में उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने जवाब देते हुए कहा कि डा राजेश कुमार वर्मा की नियुक्ति के समय प्रस्तुत अभिलेखों में से शैक्षणिक योग्यता, जाति, अनुभव प्रमाण-पत्र, अनुप्रमाणन फॉर्म एवं शपथ पत्र की जानकारी पुस्तकालय में रखे परिशिष्ट अनुसार है. डॉ वर्मा की प्रथम नियुक्ति से संबंधित संधारित नस्ती में आय प्रमाणपत्र अप्राप्त है. विभाग स्तर पर डॉ राजेश कुमार वर्मा के विरूद्ध कोई शिकायत प्रचलित नहीं है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-