कवियों ने बालाघाट के सुधि श्रोताओं का मोहा का मन

कवियों ने बालाघाट के सुधि श्रोताओं का मोहा का मन

प्रेषित समय :19:55:55 PM / Thu, Dec 26th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

बालाघाट. भारत रत्न, कवि ह्रदय, पूर्व प्रधान मंत्री पंडित अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मशताब्दी वर्ष, सुशासन दिवस पर सहमत संस्था एवं नगरपालिका परिषद बालाघाट के तत्वावधान में अभूतपूर्व आखिल भारतीय कवि सम्मेलन में कवियों की काव्य रसों ने श्रोताओं की काव्य पिपासा को ऐसा जागृत किया कि दिसम्बर की कड़कड़ाती देर रात्रि तक कविताओं का श्रवण किया. कवि सम्मेलन में सरस्वती वंदना के उपरांत अतिथियों एवं कवियों का स्वागत किया गया.

कवि सम्मेलन में सांसद भारती पारधी, पूर्व केबिनेट मंत्री गौरी शंकर बिसेन, पूर्व नपाध्यक्ष रमेश रंगलानी पूर्व प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती लता एलकर, जिला संघ चालक वैभव कश्यप, नपाध्यक्ष भारती सुरजीत सिंह ठाकुर, सहमत के संरक्षक समाजसेवी राजेश पाठक, चेम्बर ऑफ़ कामर्स अध्यक्ष अभय सेठिया तेराकी संघ महासचिव महेन्द्र सुराना, युवा नेत्री एवं भाजपा जिला महामंत्री मौसम हरिनखेड़े, दिलीप चौरसिया, श्रींमती मीना चावड़ा, छत्तीसगढ़, वरिष्ठ पत्रकार सुनील नामदेव, नपा उपाध्यक्ष योगेश बिसेन, सहमत मिडिया प्रभारी हेमेंद्र क्षीरसागर, संयुक्त मंत्री सुनील दीपानी, संजय श्रीवास्तव तुमेश पटले, श्रीमती कृष्णा सिंह, गणेश अग्रवाल चंद्र शेखर डोंगरे शलभ, सुधीर चौधरी, जितेन्द्र चौधरी, विजय बिसेन, संजय पप्पू गौतम, जैनेन्द्र कटरे, संजू वराडे, पार्षद गण, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नपा कर्मचारी एवं गणमान्य नागरिक, सहमत सदस्य सहित भारी संख्या में श्रोताओं की उपस्थिति रही.

पंच रत्न सम्मानित 

इसके बाद प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियों हेतु पाँच विशिष्ट सम्मान से पंच रत्नों को स्मृति चिन्ह एवं पौध पुष्प से सम्मानित किया गया. सर्व प्रथम अटल विद्या रत्न से सरदार पटेल विश्वविद्यालय के कुलाधिपति इंजीनियर दिवाकर सिंह, अटल उद्योग रत्न से श्री अतुल वैध्य, अटल साहित्य रत्न से अनुज तिवारी गोविन्द, अटल चिकित्सा सेवा रत्न से श्रीमती लक्ष्मी तेजवानी, अटल क्रीड़ा रत्न से श्री सुनील यादव को सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम का सफल संचालन पार्षद श्रींमती रैना सुराना एवं सहमत के संयुक्त मंत्री सुनील दीपानी द्वारा किया गया.

जो मुझे बुलाना नहीं…: चंदन राय

देश के सुप्रसिद्द गीतकार चंदन राय ने अपने सधे हुये सुरीले कंठ से गीत की ऐसी पावन गंगा प्रवाहित की जिसमें श्रोता आनंद की अनवरत डुबकियाँ लगाने मजबूर हो गये. प्रत्येक श्रोता उनके इस गीत को गुनगुनाते हुये घर गये कि जो मुझे बुलाना नहीं चाहता मैं भी उसको बुलाना नहीं चाहता. 

घर, घर में तिरंगा : बिक्रम शाह

चम्पारण बिहार से आये अपूर्व बिक्रम शाह ने अपनी ओजस्वी वाणी से वीर का ऐसा सैलाब उमड़ा जिसके तीव्र प्रवाह से सम्पूर्ण वातावरण भारत माँ के जय घोष से गुंजायमान हो उठा. घर, घर में तिरंगा अभियान नहीं आदेश होना चाहिये पंक्ति सुनकर श्रोताओं ने तालियों का पहाड़ खड़ा कर दिया. 

मुझे प्यार की हाथकड़ी: शिवांगी प्रेरणा 

भोपाल से आई श्रृंगार कवयित्री शिवांगी प्रेरणा द्वारा अपने मधुर कंठ से श्रृंगार सहित नारी स्वाभिमान की कविताओं से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया. बाँध दे तू मुझे प्यार की हाथकड़ी. साथ तेरे मुझे जेल मंजूर है सुनकर पंक्तियों श्रोता झूम उठे. 

भारती ठाकुर का मधुर काव्य पाठ

इस कवि सम्मेलन का सर्वाधिक आकर्षण नगरपालिका परिषद की अध्यक्ष भारती ठाकुर का मधुर काव्य पाठ रहा. जिसने देश की खातिर अपना सब कुछ छोड़ा है. उन्ही वीरों से हमने अपना नाता जोड़ा है गीत सुनाकर नपाध्यक्ष ने अपनी अलग ही छवि प्रस्तुत की. 

नरेन्द मिश्र ने लगाएं ठहाके 

छत्तीसगढ़ चिरमिरी से पधारे वरिष्ठ हास्य व्यंग्य कवि गीतकार नरेन्द मिश्र ने अलसाती रात में हास्य व्यंग्य से श्रोताओं को पेट पकड़कर ठहाके लगाने को मजबूर कर दिया. 

नवोदित कवयित्री माही शुक्ला और कवि कुशल जैन के सुर 

बाराबंकी उप्र से आये पंकज प्रमोद ने अपनी पैरोड़ियों से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया. बालाघाट के अशोक सागर मिश्र ने क्या आदमी हो यार व्यंग्य कविता सुनाकर कवि सम्मेलन का आगाज़ किया. अलका चौधरी अनमोल ने दुपट्टा हो अगर सर पे शरारत हो नहीं सकती सुनाकर सराहना बटोरी. जिले की उदीयमान कवयित्री सुश्री माही शुक्ला एवं नवोदित कवि कुशल जैन ने भी अपने सुंदर सुर एवं मनमोहक काव्य पाठ से अपनी विलक्षण प्रतिभा का प्रदर्शन किया.

घर बचाकर क्या करोगे: राजेन्द्र शुक्ल

इस गरिमामय मंच का शालीन एवं सफल संचालन जिले के प्रसिद्द कवि राजेन्द्र शुक्ल सहज द्वारा किया गया जिन्होंने स्व अटलजी को अपनी वायरल गीत की पंक्तियां समर्पित करते हुये कहा कि झुक गया जो सर तुम्हारा, धड़ बचाकर क्या करोगे. मुश्किलों में देश हो तो घर बचाकर क्या करोगे सुनाकर इस यादगार कवि सम्मेलन का समाहार किया.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-