दो कविताएं: क्या है चरखा? / मेरा सपना

दो कविताएं: क्या है चरखा? / मेरा सपना

प्रेषित समय :19:58:18 PM / Wed, Jan 10th, 2024
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क्या है चरखा?

रवीना रावत
सुमित्रानंदन पंत राजकीय महाविद्यालय
गरुड़, उत्तराखंड

नारी की पहचान है चरखा.
नारी का जीवन है चरखा..
हर नारी का सपना चरखा.
नारी का सम्मान है चरखा..
सबका विश्वास है चरखा.
चरखा ने सबको है बदला.
लोगों की सोच है चरखा..
घर घर का भविष्य बना चरखा.
जिसने चरखा को है समझा.
जीवन सुखमय उसका बनता.
चरखा का जो करे सम्मान.
तभी बनेगा देश अपना महान..
चरखा से जुड़ना है हमको.
खुद के सपने बुनना है हमको..
आओ करें ये वादा खुद से.
सबको ये बताएंगे.
चरखा से जुड़ कर बदलेगा जीवन.
सबको ये समझाएंगे..

मेरा सपना

सुनीता जोशी
कक्षा - 11
कन्यालीकोट, उत्तराखंड

मेरा सपना गायक मुझको है बनना.
दो चार सुर मुझे भी सिखा दो ना..
सिंगिंग क्लास उपलब्ध नहीं है.
कोई सिंगिंग टीचर ला दो ना..
बन जाउंगी एक दिन मै भी सिंगर.
कोई सिंगिंग क्लास लगवा दो ना.
न वाहन, न नेटवर्क की सुविधा है.
कैसे मैं आगे बढ़ सकती हूं.
यही मेरी एक दुविधा है..
संगीत से है मुझ को बहुत प्यार.
कोई हमे भी सुविधा दिला दो ना..
अपनों के लिए मैंने सपना को छोड़ा.
मगर कोई अस्तित्व नही इसके बिना..
एक सपना ही तो है, जो आगे बढ़ाता है.
मंज़िल तक पहुंचने की राह दिखाता है.
मुझको भी एक राह दिखा दो ना.
दो चार सुर मुझे भी सिखा दो ना..
(चरखा फीचर)

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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