रायपुर. छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार प्रदेश के विकास के साथ-साथ राज्य को बेहतर बनाने के लिए भी काम कर रही है. राज्य सरकार द्वारा ज्यादातर सरकारी कामों को ऑनलाइन डिजिटल प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट किया जा रहा है. योजनाओं के रजिस्ट्रेशन से लेकर जरूरी प्रमाणपत्र के आवेदन तक के काम को एक-एक करके ऑनलाइन शिफ्ट किया जा रहा है.
इसी के तहत अब राज्य में तेन्दूपत्ता संग्रहण प्रोसेस की मॉनिटरिंग को भी ऑनलाइन किया जाएगा. इस काम की शुरुआत इस साल से ही ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के जरिए से जरिए से की जाएगी. इस बात की जानकारी प्रदेश के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप ने दी है.
ऑनलाइन होगा मॉनिटरिंग का काम
मंत्री केदार कश्यप ने हाल ही में वनोपज राजकीय व्यापार अंतर्विभागीय समिति की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में तेन्दूपत्ता संग्रहण, बांस की मल्टीपल इस्तेमाल और वनवासियों की कमाई बढ़ाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई. इस दौरान तेन्दूपत्ता संग्रहण के प्रोसेस की मॉनिटरिंग को लेकर फैसला किया गया कि अब इस पर ऑनलाइन निगरानी की जाएगी. इससे राज्य में तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य में पारदर्शिता सुनिश्चित किया जा सके.
5 प्रजातियों के बांस का लाइव प्रेजेंटेशन
इस समय राज्य में तेन्दूपत्ता संग्राहकों से 5500 रुपये प्रति मानक बोरा के रेट पर खरीद की जा रही हैं. वहीं, प्राइवेट बायर को सिक्योरिटी अमाउंट जमा करने के लिए 15 दिन का अतिरिक्त समय देने का फैसला किया गया है. इसके साथ ही प्राइवेट वेयरहाउस में भंडारण के लिए जमा सिक्योरिटी फंड की 100 प्रतिशत वापसी की सहमति भी दी गई है. बैठक में वन विकास निगम के प्रबंध संचालक द्वारा जशपुर, सरगुजा, बैंकुठपुर और सूरजपुर में मिलने वाली 5 प्रजातियों के बांस का लाइव प्रेजेंटेशन किया गया.
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