बिहार: नीतीश को फिर से साथ लेने के सवाल पर यह बोले तेजस्वी, प्रशांत पर भी साधा निशाना

बिहार: नीतीश को फिर से साथ लेने के सवाल पर यह बोले तेजस्वी

प्रेषित समय :15:22:00 PM / Mon, Dec 30th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

पटना. बिहार में बीपीएससी री-एग्जाम की मांग को लेकर छात्रों का प्रदर्शन जारी है. पटना में पुलिस ने रविवार को बीपीएससी अभ्यर्थियों पर जमकर लाठियां बरसाईं और वाटर कैनन चलाया. इसे लेकर आरजेडी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर पर जमकर निशाना साधा.

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बिहार में कोई सरकार है ही नहीं. मुख्यमंत्री होश में नहीं हैं. किसी की सुनी नहीं जा रही है. बिहार में पेपर लीक हो रहा है. छात्रों के साथ गलत हो रहा है. पहले से बीपीएससी सवाल के घेरे में है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को दोबारा साथ में लेने का मतलब कुल्हाड़ी पर पैर मारना जैसा है.

तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने सबसे पहले सदन में छात्रों का मुद्दा उठाया. राबड़ी देवी खुद तख्ती लेकर खड़ी हुई थीं. वे धरने में नहीं जा रहे हैं, लेकिन छात्रों ने उन्हें खुद बुलाया है. वे नैतिक समर्थन दे रहे हैं. उन्होंने प्रशांत किशोर का बिना नाम लिए कहा कि कुछ लोगों ने भाजपा की बी टीम बनकर छात्रों को मोहरा बनाया.

बहरूपिया से सावधान रहें छात्र

उन्होंने कहा कि सरकार को मौका चाहिए था और बी टीम पहुंच गई, जिससे छात्रों पर एफआईआर करने का मौका मिल गया. कुछ लोग बहरूपिया बनकर छात्रों के आंदोलन को कमजोर करना चाहते हैं. उन्होंने छात्रों से अपील की है कि वे ऐसे लोगों से सावधान रहें. तेजस्वी ने कहा कि वे खुद छात्रों की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने जाएंगे.

होश में नहीं हैं सीएम- पूर्व डिप्टी सीएम

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री होश में नहीं हैं. वे न सदन में बोलते है और न ही मीडिया से बात करते हैं. बीपीएससी कुछ नहीं है, सब कुछ मुख्यमंत्री हैं. मुख्यमंत्री कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं. गुजरात के रिटायर्ड अधिकारी को अध्यक्ष बनाया है. छात्र शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे, लेकिन कुछ लोग अपना राजनीति चमकाने के लिए छात्रों को मोहरा बनाया.

उनकी सरकार में न कोई पेपर हुआ और न ही कोई आंदोलन

उन्होंने आगे कहा कि जब बिहार में तेजस्वी यादव की 17 महीनों की सरकार थी तब न पेपर लीक हुआ और न ही कोई आंदोलन. सिर्फ परीक्षाएं हुईं और नियुक्ति पत्र बांटी गई. हर चुनाव चुनौती पूर्ण होता है. लोगों को काम में विश्वास है, जो उन्होंने 17 महीनों में करके दिखाया है. कहां है बिहार में डबल इंजन की सरकार? कहां हैं बीजेपी के दोनों उपमुख्यमंत्री? वे क्या काम कर रहे हैं?

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-