बीजापुर. छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में गुरुवार को एक दंपति समेत 13 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें से पांच नक्सलियों पर कुल 13 लाख रुपये का इनाम घोषित था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।आत्मसमर्पण करने वालों में दंपति नंदू अवलम उर्फ दुर्गेश उर्फ कोटेश और उनकी पत्नी देवे मडकम उर्फ चांदनी शामिल हैं। इनके साथ मुन्ना काकेम, सुखराम हेमला, भीमा वेक्को और अन्य आठ नक्सलियों ने भी आत्मसमर्पण किया।
इनामी नक्सली
मुन्ना काकेम: प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के आंध्र-ओडिशा सीमा (एओबी) संभाग के कटम क्षेत्र समिति के सदस्य थे। उनके सिर पर पांच लाख रुपये का इनाम था।
सुखराम हेमला: जगरगुंडा एरिया कमेटी की प्लाटून नंबर 10 के पीपुल्स पार्टी कमेटी के सदस्य थे। इन पर भी पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था।
दंपति (नंदू और देवे): यह दोनों गोंदिया डिवीजन के अंतर्गत मलांजखंड एरिया कमेटी के सदस्य थे। दोनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था।
भीमा वेक्को: इन पर भी एक लाख रुपये का इनाम था।
अधिकारियों का बयान
अधिकारियों ने बताया कि नक्सली लंबे समय से प्रतिबंधित माओवादी संगठन से जुड़े थे। उन्होंने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया है। यह आत्मसमर्पण सुरक्षा बलों के लगातार दबाव और सरकार की पुनर्वास नीति के प्रभाव का परिणाम है। इस आत्मसमर्पण को नक्सल उन्मूलन के प्रयासों में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। सुरक्षा बलों ने इसे क्षेत्र में शांति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।