जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में बन रहे सबसे बड़े फ्लाईओवर के एलिवेटेड कॉरिडोर के पेवमेंट में दरारें आ गई. जिसे शहर जिला कांग्रेस कमेटी ने 800 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार बताया है. साथ ही जिला प्रशासन को राज्यपाल के नाम एक पत्र सौंपा है. जिसमें उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है. कांग्रेस का आरोप है कि इसकी जांच के नाम पर लीपापोती की जा रही है.
शहर जिला कांग्रेस कमेटी के नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने आरोप लगाया है कि जबलपुर में प्रदेश का सबसे लंबा फ्लाईओवर बन रहा है. जिसकी लंबाई 7.5 किलोमीटर है. लागत 800 करोड़ है. खास बात ये है कि राजनैतिक लाभ लेने के मकसद से सत्ता पक्ष ने सरकारी अधिकारियों पर दबाव बनाकर महानद्दा से एलआईसी तक के हिस्से को आम जनों के लिए खोल दिया है. कुछ महीनों में ही कई जगह दरारें आ गई है जो भ्रष्टाचार की कहानी बयां कर रही है.
सौरभ शर्मा ने कहा कि एसीएस नीरज मंडलोई के दौरे के पहले ही पुल की दरारों को भर दिया है. जब एसीएस निरीक्षण के लिए पहुंचे तो उन्होंने भी आसानी से ये कह दिया की ऐसे निर्माण कार्यों में थोड़ी बहुत दरारें आ जाती हैं. उनका ये कहना उचित नहीं हैं क्योंकि ये प्रदेश के सबसे बड़े फ्लाईओवर की बात हो रही हैं न की किसी नाली के निर्माण की बात की जा रही है.
न्यायालय की शरण लेंगे
राज्यपाल के नाम एक पत्र सौंपकर मांग की है कि ओवर ब्रिज की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया जाए और जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों ठेकेदारों पर कार्यवाही की जाए यदि ऐसा नहीं होगा तो वो इस मामले को लेकर न्यायालय में भी याचिका दायर कर सकते हैं.
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